देश की राजधानी दिल्ली समेत उत्तर भारत के अधिकांश शहरों में दिवाली के बाद भी हवा दूषित बनी हुई है। वहीं, हिमाचल के सभी पर्यटन स्थलों की हवा साफ सुथरी है। इसे देखते हुए हिमाचल के पर्यटन कारोबारियों ने पर्यटकों से पहाड़ों पर आने की अपील की है। शिमला में दिवाली से एक दिन पहले एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 33 माइक्रो ग्राम प्रति क्यूबिट मीटर था और दिवाली वाले दिन AQI 57 रहा। मशहूर पर्यटन स्थल मनाली में दिवाली से पहले AQI 67 और दिवाली वाले दिन 99, धर्मशाला में दिवाली से पहले 62, दिवाली वाले दिन 120 तथा हिमाचल का औसत AQI दिवाली से पहले 67 और दिवाली वाले दिन 99 था, जो कि अच्छा माना जाता है। दिल्ली में आज सुबह का AQI 427 इसके विपरीत आज सुबह 10 बजे दिल्ली के आनंद विहार का AQI 427 रिकॉर्ड किया गया। इतना AQI बेहद खतरनाक माना जाता है। रिचर्ड ए. मिलर और एलिजाबोथ मिलर की स्टडी के अनुसार, उत्तर भारत के कई शहरों की हवा रोजाना 15 से 25 सिगरेट के धुएं जैसी खतरनाक हो गई है। जिस शहर में AQI जब 250 पहुंच जाता है, वहां की हवा लगभग 8 से 9 सिगरेट पीने जैसी खतरनाक हवा हो जाती है। जहां AQI 400 पार कर जाता है, वहां पर 22 से 25 सिगरेट पीने जैसी खतरनाक हवा हो जाती है। क्या है AQI और इससे क्या खतरा AQI एक तरह का थर्मामीटर है। थर्मामीटर तापमान मापता है, जबकि AQI प्रदूषण मापने का काम करता है। इस पैमाने के जरिए हवा में मौजूद CO (कार्बन डाइऑक्साइड ), OZONE, (ओजोन) NO2 (नाइट्रोजन डाइऑक्साइड) , PM 2.5 (पार्टिकुलेट मैटर) और PM 10 पोल्यूटेंट्स की मात्रा चेक की जाती है और उसे शून्य से लेकर 500 तक रीडिंग में दर्शाया जाता है। हवा में पोल्यूटेंट्स की मात्रा जितनी ज्यादा होगी, AQI का स्तर उतना ज्यादा होगा और जितना ज्यादा AQI, उतनी खतरनाक हवा। वैसे 200 से 300 के बीच AQI भी खराब माना जाता है, लेकिन बद्दी में यह 300 पार हो चुका है। ये आने वाली बीमारियों के खतरे का संकेत भी है। AQI खराब करने वाले धूल के इतने सूक्ष्म होते है, इन्हें आंखों से नहीं देखा जा सकता। क्या बोले होटेलियर शिमला के होटेलियर अश्वनी सूद ने पर्यटकों से हिमाचल आकर यहां से ताजा हवा को इंजॉय करने की अपील की। मनाली होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष अनूप ठाकुर ने बताया कि दिल्ली सहित उत्तरी भारत के ज्यादातर राज्यों की हवा बेहद खराब हो गई है। ऐसे में पर्यटक पहाड़ों पर आकर खराब हवा से होने वाली बीमारी को टाल सकते हैं।