हिमाचल प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों में एक दिन छात्र-छात्राएं लोकल बोली में संवाद करेंगे। शिक्षा विभाग ने न्यू एजुकेशन पॉलिसी के इस प्रावधान को लागू कर दिया है।इसे लेकर विभाग ने आदेश जारी कर दिए है। प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों में महीने के आखिरी शनिवार को बैग फ्री डे होता है। इस दिन बच्चे अपने-अपने क्षेत्र की लोकल बोली में बात करेंगे। बैग फ्री डे वाले दिन टीचर आधे घंटे तक सभी छात्र-छात्राओं से लोकल बोली में संवाद करेंगे। यह अनिवार्य कर दिया गया है। चंबा में चंबाली, शिमला में पहाड़ी बोली बोलेंगे बच्चे इसके बाद चंबा में चंबाली, शिमला में पहाड़ी, मंडी में मंडियाली, बिलासपुर में कहलूरी, सोलन में महासुई, किन्नौर में किन्नौरी और अन्य जिलों में भी लोकल बोली में छात्र बात करेंगे। शिक्षा विभाग ने इसे लेकर सभी डिप्टी डायरेक्टर को निर्देश जारी कर दिए है और सभी स्कूलों के मुखिया को इन आदेशों की अनुपालना सुनिश्चित करने को बोला गया है। शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा, लोकल भाषा के प्रति बच्चों में जागरूकता लाने के मकसद से यह फैसला लिया गया है।