हिमाचल किसान सभा और सेब उत्पादक संघ के बैनर तले आज (मंगलवार को) किसान-बागवान जमीन से बेदखली के मुद्दे पर शिमला स्थित सचिवालय का घेराव करेंगे। हाईकोर्ट के आदेशों पर वन विभाग द्वारा की जा रही कार्रवाई पर रोक लगाने की मांग को लेकर प्रदेशभर से किसान शिमला पहुंचने शुरू हो गए हैं। राज्य सचिवालय छोटा शिमला के बाहर कुछ देर में बाद किसान-बागवान प्रदर्शन करेंगे। सेब उत्पादक संघ के अध्यक्ष सोहन ठाकुर ने बताया कि किसान-बागवान शिमला के टॉलैंड में एकत्रित से सचिवालय तक आक्रोश रैली निकालेंगे। उन्होंने कहा, प्रदेश में भारी बारिश के बावजूद सैकड़ों किसान-बागवान सचिवालय घेराव में शामिल होंगे। चंबा, भरमौर किन्नौर से बड़ी संख्या में किसान बीती रात को शिमला की ओर निकल पड़े है। वहीं कुल्लू और मंडी में भारी बारिश के कारण सड़कें बंद होने से बड़ी संख्या में किसान रास्ते में फंस गए हैं। किसानों-बागवानों की 3 प्रमुख मांगे हाईकोर्ट ने 2 जुलाई को दिए आदेश हिमाचल हाईकोर्ट के बीते 2 जुलाई को वन भूमि पर अतिक्रमण करके लगाए गए सेब के बगीचे काटने के आदेश दिए थे। इसके बाद लगभग 4500 सेब के पेड़ काटे जा चुके हैं। शिमला जिले के कोटखाई के चेथला और कुमारसैन से पेड़ काटने की मुहिम शुरू हुई थी। इसे शिमला के पूर्व डिप्टी मेयर टिकेंद्र सिंह पंवर व एक अन्य ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी। बीते सुप्रीम कोर्ट ने फलों से लदे सेब के पौधे काटने पर रोक जरूर लगाई दी है। मगर किसान फिर भी बेदखली रोकने पर अड़े हुए हैं।