कांगड़ा में वन विभाग ने गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए 300 से ज्यादा खैर के मोच्छे बरामद किए। इनकी कीमत 10 से 15 लाख रुपए आंकी गई है। ठेकेदार के पास कटान की कोई अनुमति नहीं थी। वह घर के नजदीक ही खैर की छंटनी कर रहा था। यह कार्रवाई ज्वालामुखी के सपड़ी भाटी की है। आरओ ज्वालाजी ईशानी के नेतृत्व में गार्ड रिक्की शर्मा, दीपक कुमार और विनोद कुमार की टीम ने यह कार्रवाई की। विभाग को सूचना मिली थी कि इलाके में बिना अनुमति खैर के पेड़ काटे जा रहे हैं। टीम ने मौके पर पहुंचकर मोच्छों के साथ कटान में इस्तेमाल की गई कुल्हाड़ी भी जब्त की। आरओ ईशानी ने बताया कि ठेकेदार ने दावा किया है कि उसने मलकियत भूमि से पेड़ काटे हैं। लेकिन वह कोई दस्तावेज नहीं दिखा पाया। मामले की जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि अवैध कटान रोकने के लिए वन विभाग जल्द ही जंगलों में ड्रोन से रेकी करेगा। साथ ही नजदीकी जंगलों में दबिश देकर साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। खैर माफिया पर नजर रखने के लिए गश्त बढ़ा दी- डीएफओ
डीएफओ देहरा सन्नी वर्मा ने कार्रवाई की पुष्टि करते हुए कहा कि अवैध कटान में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। क्षेत्र में खैर माफिया की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए गश्त बढ़ा दी गई है। उन्होंने कहा कि वन संपदा को नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस कार्रवाई के बाद खैर तस्करों में हड़कंप मच गया है। विभाग ने साफ किया है कि जांच पूरी होने के बाद दोषियों पर एफआईआर दर्ज की जाएगी। विभाग ने लोगों से अपील की है कि अगर कहीं भी अवैध कटान होता दिखाई दे तो तुरंत सूचना दें। इससे प्राकृतिक संपदा को बचाया जा सकेगा।
