(ललित कुमार-पधर) इस बरसात में समूचे हिमाचल में प्रकृति आपदा ने जो जख्म दिए शायद ही भुलाए जायेंगे। जन, धन, मॉल हानि सहित पूरे _पूरे परिवार को लील लिया इस बरसात ने। जो 20, 25 किरायेदारों को आसरा देने वाले आज स्वयं किराए के घर में रहने को मजबूर हैं। ये वो जख्म हैं जिनकी भरपाई नहीं की जा सकती। हां इस जख्म में हम आप सहायता कर मरहम का कार्य जरूर कर सकते हैं।मुझे खुशी हो रही है कि प्रतिदिन कहीं ना कहीं से राहत देने की खबरें हमारे मीडिया के माध्यम से प्रकाशित होती है। चाहे वो किसी की व्यक्तिगत हो, किसी संगठन की हो, किसी संस्था हो । सरकार चाहे कोई भी हो , किसी भी पार्टी की हो ,ऐसे समय में एक दूसरे का कटाक्ष करने के बजाय एक दूजे का साथ निभाना चाहिए। यह बात जिला ब्राह्मण सभा मंडी के अध्यक्ष केडी शर्मा ने कही ।उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अपनी सारी जमा पूंजी 51 लाख रुपए साथ में एक महीने का वेतन राहत में देना हिमाचल के लिए गौरव की बात है। हमारे बहुत से धनी नेता हैं चाहे पक्ष में या विपक्ष में है, अगर सभी इस आपदा में उदारता दिखाएं तो सरकार को अन्य कार्य करने में बल मिल सकता है। उन्होंने कहा कि मैं ब्राह्मण सभा जिला मण्डी का अध्यक्ष होने के नाते सभी संगठनों से अपील करता हूं की इस आपदा की घड़ी में यानी ऐसी दुखद घड़ी में सरकारें चाहे कोई भी हो उदारता के साथ अपनी नेक कमाई से दशांश जरूर राहत में दें