(महिमा गौत्तम-कुल्लू )जापान से निकलने वाली हिंदी साहित्य की अंतरराष्ट्रीय प्रथम पत्रिका “हिंदी की गूंज ” जो की कल्चर आफ मिनिस्ट्री जापान द्वारा पंजीकृत है इसके संपादक राम शर्मा जापान के निवासी है ।इस अंतरराष्ट्रीय पत्रिका में कुल्लू मनाली की खूबसूरती और संस्कृति पर छपा हुआ एक लेख है जो अंतरराष्ट्रीय चित्रकार दीप धनंजय द्वारा लिखा गया है। इस लेख में कुल्लू मनाली की खूबसूरती और संस्कृति का गहन जिक्र किया गया है और इस लेख के साथ साथ कुल्लू मनाली के प्राचीन गांव की एक खूबसूरत कलाकृति भी छपी हुई है वह कलाकृति अंतर्राष्ट्रीय चित्रकार दीप धनंजय द्वारा बनाई गई है।दीप धनंजय ने हमेशा से ही अपनी संस्कृति खूबसूरती और वेशभूषा को अपने देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी हिमाचल का प्रतिनिधित्व करते हुए अपनी पेंटिंग के जरिए दिखाने का पूरा प्रयास किया हुआ है और आगे भी कर रहे हैं। धनंजय का मानना है कि हम अपनी खूबसूरत संस्कृति को चित्रकला, संगीत कला, नृत्य कला, वाद्य कला , मूर्ति कला आदि कई कलाओं के जरिए देश – विदेश में प्रदर्शित कर सकते हैं इससे हमारी संस्कृति को चार चांद लग जाएंगे और विश्व स्तरीय पहचान भी मिलेगी। हम हिमाचल वासियों की संस्कृति बहुत ही धनी है इसे और ज्यादा मूल्यवान बनाने के लिए हमें इस पर विशेष रूप से कम करना चाहिए ताकि देश – विदेशों में हमारी यह मूल्यवान संस्कृति हमेशा चमकती रहे।