रिपोर्ट- अनुरंजनी गौत्तम, कुल्लू। जिला कुल्लू में बारिश और भूस्खलन से हर क्षेत्र में नुकसान हो रहा है। ऐसा कोई पंचायत नहीं है, जिसमें इस बरसात नुकसान न हुआ है। उपमंडल बंजार की तीर्थन घाटी की ग्राम पंचायत शरची में भी तीन गांवों के ग्रामीणों को खौफ के साए में रहना पड़ रहा है। इन गांवों में 15 से अधिक घरों में भूस्खलन के कारण दरारें आई हैं। जान का जोखिम देखते हुए ग्रामीण घरों को खाली कर रहे हैं और पड़ोसियों के घरों में शरण लेने को विवश हैं। घाटी में नेटवर्क आने के बाद भूस्खलन की तस्वीरें सामने आई हैं। बता दें कि ग्राम पंचायत शरची के गांव बांदल, निचला बांदल और कोशूनाली में भूस्खलन से घरों को खतरा बना हुआ है।
कोशूनाली गांव के ग्रामीण घर छोडऩे को विवश हैं। पूरा गांव खाली किया गया है। इसमें दस मकानों में दरारें आई हैं। इसके अलावा बांदल में तीन और निचला बांदल में भी दो घरों को खाली किया गया है। बंजार शरची-सड़क के दोनों किनारों पर बसे इन गांवों के ग्रामीण डर के साय में रातें काट रहें हैं। सड़क पर भी करीब 500 मीटर में दरारें देखने को मिल रही हैं। ग्राम पंचायत शरची की प्रधान रामेश्वरी ठाकुर तथा बीडीसी सदस्य मीरा देवी ने कहा कि पंचायत प्रतिनिधियों ने उपमंडलाधिकारी बंजार को गांवों की स्थिति से अवगत करवाया है। उन्हें ज्ञापन सौंपा गया है, जिसमें भू-वैज्ञानिकों की टीम से भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण करने की मांग की गई है। उधर, उपमंडलाधिकारी हेमचंद वर्मा ने कहा कि 25 जुलाई को वह स्वयं मौके पर जाकर ग्रामीणों की समस्या का जायजा लेंगे। सुरक्षा के लिए जो कदम उठाने पड़ेंगे, उठाए जाएंगे।

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