{अनुरंजनी गौत्तम – शिमला } हिमाचल में प्राकृतिक आपदा के बाद अब महंगाई की मार जनता पर पड़ने वाली है। सुक्खू सरकार ने सात महीने बाद दूसरी बार जनता को महंगाई का तगड़ा झटका दिया है। राज्य सरकार ने डीजल पर तीन रुपए वैट बढ़ाया है। इसी के साथ प्रदेश में डीजल पर वैट 7.40 रुपए से बढ़कर 10.40 रुपए हो गया है। प्रदेश के अलग-अलग शहरों में डीजल अब 89 रुपए से 91 रुपए प्रति लीटर के हिसाब से मिलेगा। शिमला में डीजल की कीमतें बढ़कर 89.11 रुपए हो गई है। बीती रात 12 बजे से डीजल की बढ़ी हुई कीमतें लागू हो गई हैं।डीजल की कीमतें बढ़ने से आम जनता पर महंगाई की मार पड़ेगी। राजधानी के लोगों का कहना है कि बरसात की मार के बाद अब डीजल की कीमतें बढ़ने से लोगों पर महंगाई की दोहरी मार पड़ेगी। सब्जियों के दाम पहले ही आसमान छू रहे हैं। टमाटर तड़के से गायब हो गया है। ऐसे में गरीब जनता को घर चलाना मुश्किल हो जाएगा। लोगों को राहत की उम्मीद थी लेकिन राहत के बजाय लोगों पर महंगाई का बोझ लादा जा रहा है। सरकार को रेट बढ़ाने के बजाय कम करने चाहिए थे।लोगों का कहना है कि जब भी किसी चीज के दाम बढ़ते हैं तो सबसे ज्यादा असर मध्यमवर्ग, गरीब वर्ग पर पड़ता है। कुछ लोगों की राय ये भी है कि आपदा में प्रदेश को हुए नुकसान को जनता से भरपाई करना सरकार के लिए जरूरी है।