{अनुरंजनी गौत्तम – शिमला } प्रदेश में बारिश अब आफत बन गई है। लगातार हो रही बारिश व ओलावृष्टि ने किसानों, बागवानों व पर्यटन व्यवसायियों की चिंताएं बढ़ा दी है। लगातार हो रही बारिश व ओलावृष्टि से बागवानों की फसलें तबाह हो रही हैं। किसान फसल नहीं काट पा रहे हैं। यदि कुछ दिन और बारिश का सिलसिला जारी रहा तो किसानों-बागवानों को मौसम की बेरुखी का भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। शिमला में तो अप्रैल माह में बारिश ने 17 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है।मौसम विभाग ने सोमवार और मंगलवार के लिए भारी बारिश और ओलावृष्टि का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जबकि आने वाले 5 मई तक मौसम खराब रहने की संभावना व्यक्त की है। मौसम विभाग की मानें तो पिछले 24 घंटों में प्रदेश के कई जिलों में बारिश रिकॉर्ड हुई है। आने वाले 5 मई तक भी बारिश से राहत नहीं मिलने वाली है। 1 और 2 मई को मौसम विभाग ने भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। अप्रैल माह में 17 साल बाद शिमला में 53 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है।