{महिमा गौत्तम – कुल्लू } जिला कुल्लू के मुख्यालय ढालपुर में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के द्वारा दिव्यांगता पर आधारित प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। तो वहीं शनिवार को इस कार्यशाला में अभिभावकों को विशेष बच्चों के रखरखाव के बारे में विशेष रूप से जानकारी दी गई। ताकि अगर किसी के घर में विशेष बच्चा है तो किस तरह से उसे थेरेपी दी जाए और किस तरह से उसका मानसिक विकास किया जा सकता है। इस कार्यशाला में जिला कुल्लू की सामाजिक संस्था साँफिया फाउंडेशन, चारु फाउंडेशन, नवचेतना संस्था ने भी अपनी अहम भूमिका निभाई। इस कार्यशाला में ज़िला कुल्लू में दिव्यांगता के क्षेत्र में कार्य करने बाले विभागों एवं सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों को दिव्याँग जनों के विकास के लिए कार्य करने सबंधित प्रशिक्षण भी दिया गया।जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान ज़रड के समन्वयक सुरेंद्र कुमार ने बताया कि विभिन्न संस्थाओं के संयुक्त प्रयासों से इस प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया है। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण कार्यक्रम को दो भागों में बाँटा गया है जिसमें पहले दिन दिव्यांग बच्चों/वयस्कों के साथ काम करने बाले अधिकारियों ,थेरेपिस्ट,विशेष शिक्षकों एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं को आवश्यक प्रशिक्षण दिया गया। वही, शनिवार को दिव्यांग बच्चों के अभिभावकों को प्रशिक्षण दिया गया।निदेशक साँफिया फाउंडेशन डॉ० रेखा ठाकुर ने बताया कि इस कार्यशाला में विशेष बच्चों के रखरखाव व प्रशिक्षण के बारे में जानकारी उपलब्ध करवाई गई। तो वहीं अभिभावकों को भी विशेष रूप से जागरूक किया गया कि वे किस तरह से विशेष बच्चों की पहचान कर सकते हैं और किन-किन माध्यमों से उनका इलाज किया जा सकता है। विभिन्न प्रकार की थेरेपी के माध्यम से अब विशेष बच्चे अपने आपको मानसिक व शारीरिक रूप से विकसित कर सकते हैं। ताकि वे रोजमर्रा के कार्यों को पूरा करने में सक्षम हो सकें।

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