हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में सोमवार देर रात से हो रही मूसलाधार बारिश ने भारी नुकसान हुआ है। करसोग, धर्मपुर और गोहर के स्यांज में बादल फटने से 4 लोगों की मौत हो गई है। 16 लोग अभी भी लापता हैं। प्रशासन ने अब तक 117 लोगों को सुरक्षित बचाया है। बारिश से 10 मकान और 12 गौशालाएं ढह गई हैं। ब्यास नदी का जलस्तर बढ़ने से पैलेस कॉलोनी के रघुनाथ पधर से 11 लोगों को ब्यास सदन में शिफ्ट किया गया। डाइट मंडी की 29 छात्राओं को मंडी गुरुद्वारा में पहुंचाया गया। गोहर के स्यांज में बादल फटने से 2 घरों के 9 लोग जयूनी खड्ड में बह गए। एनडीआरएफ की टीम सर्च ऑपरेशन चला रही है। NDRF ने लोगों को सहायता केंद्रों तक पहुंचाया
एसडीआरएफ ने गोहर में 25 लोगों को बचाकर सहायता केंद्रों तक पहुंचाया। जिले के नदी-नाले उफान पर हैं। ब्यास नदी और सुकेती खड्ड खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। धर्मपुर के स्याठी गांव में पहाड़ खिसकने से 2 घर और 5 गौशालाएं ढह गईं। यहां 26 पालतू जानवरों की मौत हो गई। कुकलाह में कई घर और माता कश्मीरी मंदिर बह गया। मंडी, हमीरपुर और कांगड़ा में स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हचंडीगढ़-मनाली फोरलेन पर कुल्लू और मंडी के बीच दवाड़ा में भूस्खलन से रात भर यातायात बाधित रहा। लोगों को टनल में रात गुजारनी पड़ी। अब छोटे वाहनों के लिए मार्ग खोल दिया गया है।
