(सुभाष कुमार गौतम/बिलासपुर)घुमारवीं की एक अदालत में तैनात एक कर्मचारी ऑनलाइन ठगी का शिकार हुआ है। खुद को अफगानिस्तान की महिला बता कर फेसबुक पर पहले इस कर्मचारी के साथ महिला ने दोस्ती की उसके बाद व्हाट्सएप नंबर लेकर उसके साथ कई दिन तक चैटिंग की। चैटिंग के दौरान महिला ने इस ठगी का शिकार हुए व्यक्ति को अफगानिस्तान से विभिन्न प्रकार के महंगे गिफ्ट भेजने का झांसा दिया। व्हाट्सएप कॉल करके बाकायदा इस कर्मचारी को कहा गया कि उसके महंगे गिफ्ट उसके नाम पते पर भेज दिए गए हैं लेकिन इसी दौरान खुद को कस्टम ऑफिसर बताकर इसी ठग गिरोह के सदस्य ने पीड़ित कर्मचारी को फोन करके यह कहा कि उसके गिफ्ट एयरपोर्ट से आगे तब तक नहीं जाएंगे जब तक वह पैसा जमा नहीं करवाता है उसके झांसे में आकर इस व्यक्ति ने गिरोह के सदस्य की ओर से दिए गए अकाउंट में गूगल पे के माध्यम से ₹100000 से ज्यादा की राशि जमा करवा दी इस पर भी जब ठग गिरोह के सदस्य संतुष्ट नहीं हुए तो उन्होंने ज्यादा पैसे की मांग की उनकी इस मांग को देखते हुए उसका माथा ठनका और उसे खुद के साथ ठगी होने का आभास हुआ तब जाकर इस मामले में घुमारवीं पुलिस थाने में एफ आई आर दर्ज कराई गई है। इस्पेक्टर रजनीश ठाकुर ने बताया कि घुमारवीं न्यायिक परिसर की एक अदालत में तैनात इस व्यक्ति ने पुलिस को दी गई शिकायत में कहा है कि उसे अफगानिस्तान निवासी खुद को बता रही एक महिला की फ्रेंड रिक्वेस्ट फेसबुक पर आई थी जिसे उसने स्वीकार कर लिया और उसके बाद उसके साथ मैसेंजर पर वह चैटिंग करने लगा चैटिंग के दौरान उसने अपना व्हाट्सएप नंबर भी महिला के साथ शेयर किया कई दिन तक उनके बीच में चैटिंग चलती रही तो महिला ने उसे कुछ महंगे गिफ्ट अफगानिस्तान से भेजने की बात कही महिला ने एक दिन व्हाट्सएप पर कॉल करके और फोटो भेज कर भी स्पष्ट कर दिया कि वह उसे महंगे गिफ्ट भेज रही है। लेकिन उसके बाद उसी महिला के ठग गिरोह से जुड़े हुए किसी व्यक्ति ने इस पीड़ित कर्मचारी को फोन करके कहा कि वह एयरपोर्ट से बोल रहा है और उसका महंगा समान उसने अपने यहां रोक रखा है जिसके लिए उसे पहले पैसा जमा करना पड़ेगा पीड़ित कर्मचारी ने एक लाख से ज्यादा रुपए की राशि भी जमा करवा दी लेकिन जब वह ज्यादा पैसा उसे मांगा गया तो वह तक हो गया और अब अपने साथ हुई ठगी का पूरा विवरण पुलिस को दिया है जिस पर पुलिस ने एफ आई आर दर्ज कर ली है।

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