कुल्लू:उर्मिला ठाकुर: अंतरराष्ट्रीय दशहरे की शान बढ़ाने को मनाली घाटी की आराध्यदेवी एवं कुल्लू राजवंश की दादी माता हिडिंबा दैवीय शक्तियों संग अपने सीमित कारकूनों व देवलुओं सहित कुल्लू रवाना हो गईं। कोविड-19 के कारण इस बार माता के साथ जाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या सीमित है। मंदिर परिसर से पीडब्ल्यूडी कार्यालय तक श्रद्धालुओं ने माता हिडिंबा से सुख व समृद्धि का आशीर्वाद लिया। भक्तों ने जगह–जगह माता का स्वागत किया। तीन चार स्थानों में माता के भक्तों ने देवलुओं कारकूनों को पैक्ड प्रसाद भी बांटा।शनिवार सुबह ही माता हिडिंबा का ढुंगरी प्रांगण देव वाद्य यंत्रों की धुन से गूंज उठा। कारकून व देवलू मास्क लगाकर शारीरिक दूरी का पालन करते हुए माता हिडिंबा परिसर में एकत्रित हुए और माल रोड होते हुए पीडब्ल्यूडी विभाग के कैंपस में पहुंचे। इस बीच श्रद्धालुओं व कारकूनों द्वारा आराध्यदेवी की विधिवत पूजा-अर्चना की गई। माता ने ढुंगरी और मनाली बाजार के दुर्गा मंदिर प्रांगण में गूर के माध्यम से दशहरे में सब कुछ ठीक रहने की बात कही।