हिमाचल प्रदेश में प्राकृतिक आपदाओं की बढ़ती आवृत्ति के मूल कारणों का पता लगाने के लिए बहु-क्षेत्रीय केंद्रीय टीम ने आज यानी गुरुवार को जिला मंडी के उपमंडल करसोग का दौरा किया। टीम ने करसोग में भारी बारिश, बादल फटने और भूस्खलन से प्रभावित स्थान सरकोल और शंकर देहरा में पहुंचकर आपदा के कारणों का अध्ययन किया। हिमाचल में बार-बार हो रही प्राकृतिक आपदाओं के मूल कारणों का पता लगाने के लिए गठित यह टीम इन स्थानों पर आपदा के दुष्प्रभावों की समीक्षा करने पहुंची थी। केंद्रीय टीम में टीम लीडर कर्नल के.पी. सिंह, सलाहकार (ऑपरेशन और कमांड), एनडीएमए गृह मंत्रालय शामिल थे। देशभर की यूनिवर्सिटीज के प्रोफेसर शामिल हुए
इसके अलावा डॉ. एस.के. नेगी मुख्य वैज्ञानिक, सीएसआईआर, सीबीआरआई रूड़की, प्रोफेसर अरुण कुमार, भूविज्ञानी (सेवानिवृत्त) मणिपुर विश्वविद्यालय, डॉ. सुष्मिता जोसेफ शोध वैज्ञानिक और डॉ. नीलिमा सत्यम प्रोफेसर सिविल इंजीनियरिंग आईआईटी इंदौर भी टीम का हिस्सा थे। करसोग उपमंडल प्रशासन की ओर से एसडीएम गौरव महाजन ने केंद्रीय टीम का स्वागत किया। उन्होंने आपदा प्रभावित क्षेत्र सरकोल और शंकर देहरा के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की। इस अवसर पर डीएसपी करसोग गौरवजीत सिंह, तहसीलदार करसोग वरुण गुलाटी, खंड विकास अधिकारी करसोग सुरेंद्र ठाकुर सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहे।
