किन्नौर में मानसून और बर्फ पिघलने से सतलुज नदी का जलस्तर बढ़ गया है। इसके कारण शोंगठोंग-करछम जल विद्युत परियोजना का निर्माण कार्य रोकना पड़ा है। पोवारी के पास निर्माणाधीन डेम साइट पर सतलुज का पानी बैराज के ऊपर से बह रहा है। डेम साइट से मलबा निकालने के लिए बनाया गया वैकल्पिक मार्ग भी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। एचपीपीसीएल की इस परियोजना का निर्माण पटेल कंपनी कर रही है। परियोजना पहले से ही अपने निर्धारित समय से पीछे चल रही है। इस देरी से प्रदेश सरकार को रॉयल्टी के रूप में करोड़ों रुपयों का नुकसान हो रहा है। प्रभावित पंचायतों को भी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। किन्नौर के डीसी डॉ. अमित कुमार शर्मा ने बताया कि सोमवार शाम से ही सुरक्षा कारणों से बैराज का कार्य रोक दिया गया था। उन्होंने सभी नागरिकों और पर्यटकों से नदी तट पर न जाने की अपील की है। यह सावधानी उनकी सुरक्षा के लिए आवश्यक है।

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