कमांडिंग ऑफिसर और उनकी क्विक एक्शन टीम ने मौके पर “बहुत ही साहस” का परिचय दिया और अपराह्न करीब 2.30 बजे मौके पर पहुंचे। यूनिट को टट्टूवालों ने जब आतंकवादियों द्वारा हत्या किये जाने की घटना की जानकारी दी तब सुरक्षाकर्मी खड़ी चढ़ाई के बावजूद 40-45 मिनट में बैसरन पहुंच गए थे।
