(रोशन शर्मा – कुल्लू ) लगभग पिछले दो बर्षां से औट से लेकर बजौरा तक जो फोरलैन निर्माण कार्य चल रहा है उससे पिछले दो वर्षांे से जनता को जितनी परेशानी हो रही है उसका अन्दाजा असानी से लगाया जा सकता है कई बार तो फोरलैन निर्माण में जो कर्मचारी लगे हंै वो अपने आप को किसी आलाकमान से कम नहीं समझते कई बार तो इतनी बतमीजी से पेश आते है कि कुछ कहा नहीं जा सकता फोेर लेन निर्माण से जहां दुकानदार, छोटे व्यापारी मजदुर परेशान हो गए वहीं वाहन चालको को भी जाम और कर्मचारीयों की बतमीजी पिछले दो सालों से झेलनी पड़ रही है। जाम इतना लंवा लग जाता है कि कई वार लोगों को पुरी-पुरी रात सड़कों पर गुजारनी पड़ती है जिससे न तो लोगों की फल सब्जी समय पर मंड़ीयों में पंहुच पाती है और न ही यात्री सही समय पर अपने स्थान पर पंहुच पाता है सरकार तथा फोरलेन प्रबंधन को चाहिए कि वह अपने कर्मचारी को यात्रियों के साथ जहां सलिके से बात करना सिखाए वहीं ट्रैफिक के लिए बहतरीन व्यवस्था की जाए जिससे न तो यात्रियों को और न वाहन चालकों को कोई परेशानी हो और निर्माण कार्य में भी तेजी आ सके