{न्यूज़ प्लस ब्यूरो -किन्नौर } किन्नौर जनपद के लिप्पा गांव से संबंध रखने वाले जयपाल नेगी जो एक अध्यापक है ने अपनी भावनाओं को कलमबद्ध कर “गुन्याली” पुस्तक प्रकाशित की है। गुन्याली पुस्तक का विमोचन राजस्व एवं बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने किया।“गुन्याली” शब्द यह किन्नौरी दुल्हन के विदाई के समय गाया जाने वाली विरह गीत में प्रयुक्त होता है। जयपाल नेगी काफी सालों से लेखन कार्य करते रहे है। इनकी लेख बहुत से पत्रिकाओं, तथा पुस्तकों में छपता रहता है। यह किन्नौरी, हिन्दी,अंग्रेजी के अलावा उर्दू में भी लिखते हैं। 20 अप्रैल 1970 को लिप्पा गांव में पिता श्याम चन्द माता गोपाल दासी के घर में जन्में जयपाल नेगी ने दसवीं की परीक्षा पास कर लोक निर्माण विभाग विभाग मुरंग में बेलदार के पद पर काम किया। उसके बाद 1989 से 2005 तक भारत तिब्बत सीमा पुलिस में सिपाही कमांडों के रूप में कार्य किया। 2005 में छोड़ कर डीएलएड प्रभाकर स्पेशल एजुकेटर स्नातक और शिक्षा स्नातक की पढ़ाई की। वर्तमान में टीजीटी अध्यापक के रूप में कार्यरत है।