{ महिमा गौत्तम – कुल्लू }जिला मुख्यालय कुल्लू में स्थित देवसदन में प्री-प्राइमरी अध्यापक विशेष प्रशिक्षण लेंगे। इसके लिए मंगलवार को प्रारंभिक बाल्यावस्था की देखभाल और शिक्षा कार्यशाला का शुभारंभ किया गया। इस कार्यशाला का प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक सुरजीत सिंह राव ने किया, जबकि समग्र शिक्षा के जिला परियोजना अधिकारी सुरेंद्र कुमार शर्मा विशेष तौर पर उपस्थित रहे। कार्यशाला के पहले दिन जिला समन्वयक कविता गुलेरिया, डाइट प्रवक्ता अजय कंबोज, बीईर्ईओ कुल्लू-एक निशा शर्मा, बीईईओ बंजार किरण शर्मा, पिटीएफ जिलाध्यक्ष इंद्र ठाकुर, प्रदेश रिसोर्स ग्रुप् के सदस्य सतीश शर्मा, चंदन नेगी, घनश्याम ठाकुर, रमेश ठाकुर, मीनाक्षी गोस्वामी, हितेंद्र शशि, पुरुषोत्तम ठाकुर और इशिका ने अध्यापकों का मार्गदर्शन किया। उन्होंने अध्यापकों को प्री-प्राइमरी में शिक्षा का क्या महत्व और नौनिहालों को कैसे मूलभूत साक्षरता व अंक ज्ञान दे। इसकी विस्तार से जानकारी दी। वहीं, दूसरे सत्र में अध्यापकों के समूह बनाकर उनका परिचय करवाया गया। इसके उपरांत अध्यापकों को विभिन्न गतिविधियां करवाई गई। सभी समूहों ने बारी-बारी से अपनी शिक्षा संबंधी गतिविधियों को प्रदर्शित किया। जिला समन्वयक कविता गुलेरिया ने कहा कि पांच दिन चलने वाली इस कार्यशाला में अध्यापकों को बाल्यावस्था देखभाल और शिक्षा, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020, निपुण भारत-2021 की संपूर्ण जानकारी प्रदान की जाएगी। कहा कि 149 प्री-प्राइमरी अध्यापक प्रशिक्षण कार्यशाला में शामिल रहेंगे।