{महिमा गौत्तम – कुल्लू} उपायुक्त ने बताया कि 23 जून से बाद प्री मानसून रहने की संभावना बताई जा रही है। उन्होंने इस संदर्भ में सभी अधिकारियों को जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा जारी पूर्व चेतावनी परामर्श को आम जन तक पहुंचाने के भी निर्देश दिए ताकि किसान एवं बागवान इससे बचाव के लिए समय रहते उचित कदम उठा सके।उन्होंने लोक निर्माण विभाग, नगर परिषद, नगर व ग्राम पंचायतों को समय रहते सड़क किनारे नालियों इत्यादि की सफाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त जिला में संरक्षित क्षेत्रों, सड़कों आदि का भी चिन्हित किया जाना अति आवश्यक है।उन्होंने इन क्षेत्रों को ठीक करने के भी निर्देश दिए ताकि किसी भी प्रकार की अनहोनी न हो।उन्होंने खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग को दूर दराज के क्षेत्रों में उचित मात्रा में आवश्यक खाद्य सामग्री उपलब्ध करवाने के भी निर्देश दिए ताकि आपातकालीन स्थिति में खाद्य सामग्री की कमी न हो। उन्होंने कहा कि जिला के सभी उपमंडल में राहत और बचाव दलों का भी गठन किया जा चुका है ताकि आपदा के समय इन दलों की सहायता ली जा सके।उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त आईटीबीपी, होम गार्ड, एसएसबी, एसडीआरएफ एवं एनडीआरएफ के साथ भी समन्वय स्थापित करने की आवश्यकता है। उन्होंने एनडीआरएफ व एसडीआरएफ से आए अधिकारियों को आपदा के समय त्वरित सहायता प्रदान करने का भी आग्रह किया ताकि कम से कम नुकसान हो।उन्होंने वन विभाग को वर्षा ऋतु से पूर्व जिला में खतरनाक पेड़ों को हटाने के निर्देश भी दिए ताकि उनके गिरने से जान माल का नुकसान न हो। उन्होंने कहा कि जिला में हो रहे नुकसान का दैनिक आधार पर ऑनलाइन रिपोर्टिंग अवश्य करें ताकि वास्तविक स्थिति का पता चल सके। उन्होंने आपातकालीन ऑपरेशन केंद्र को अबाध रूप से 24 घंटे चलाए रखने के निर्देश दिए बैठक में के उपमंडल दंडाधिकारी कुल्लू विकास शुक्ला, डीएसपी राजेश ठाकुर सहित समस्त उपमंडल दंडाधिकारी वर्चुअली जुड़े एवं विभिन्न विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे।

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