{न्यूज़ प्लस ब्यूरो – बिलासपुर } हिमाचल प्रदेश की पूर्व भाजपा सरकार के कारनामों के कारण इस समय विभिन्न योजनाओं को चलाने में कठिनाई सामने आ रही है। यह बात मीडिया को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री तथा प्रदेश के वरिष्ठ कांग्रेस नेता राम लाल ठाकुर ने कही।उन्होंने कहा कि तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल द्वारा किए गए तथाकथित समझौते तथा पूर्व जयराम सरकार द्वारा जल शक्ति विभाग में बकाया राशि अदा न करने के कारण आने वाले समय में आनंदपुर हाइडल चैनल से जो 25 क्यूसेक पानी बिलासपुर जिले के नैना देवी विधानसभा क्षेत्र में चंगर क्षेत्र को मिल रहा है, वह बंद हो जाएगा। इसके अलावा सुप्रसिद्ध शक्तिपीठ नैना देवी को भी इस योजना से एक क्यूसेक पानी उठाया गया, वह भी बंद हो सकता हैउन्होंने बताया कि पंजाब स्टेट पावर कारपोरेशन लिमिटेड द्वारा हिमाचल सरकार को 30 मई को एक नोटिस दिया गया है, जिसमें कहा गया है कि अगर इस योजना के तहत बकाया राशि का भुगतान एक महीने के अंदर नहीं किया गया तो पंजाब सरकार इस पेयजल योजना को बंद कर देगी। रामलाल ठाकुर ने नैना देवी विधानसभा क्षेत्र के विधायक तथा पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता रणधीर शर्मा को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि वह हर बात का ठीकरा वर्तमान सरकार पर फोड़ रहे हैं, जबकि वर्तमान सरकार को सत्ता में आए मात्र छह महीने का समय हुआ है। उन्होंने कहा कि नैना देवी विधानसभा क्षेत्र की इतनी बड़ी योजना के तहत जो कर्मचारी पंप पर काम करने के लिए ठेकेदार के माध्यम से रखे गए हैं उनका भुगतान पूर्व सरकार के समय से अटका पड़ा है। पिछले 18 दिनों से यह भुगतान नहीं हो पाया है तो रणधीर शर्मा किस मुंह से वर्तमान सरकार को इसके लिए दोषी ठहरा रहे हैं। जबकि इसके लिए पूर्व जयराम सरकार ही दोषी है। उन्होंने बताया कि आनंदपुर आइडल चैनल से जो चंगर क्षेत्र को पानी उठाया गया है, उसके लिए तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने समझौता किया था। उसमें कहा गया था कि यह योजना हिमाचल में चलेगी लेकिन इसमें कर्मचारी पंजाब के काम करेंगे। वेतन का भुगतान एक साल एडवांस में हिमाचल सरकार किया करेगी। उन्होंने कहा कि इस समझौते को उस समय ऐतिहासिक बताया गया था। जबकि यह बात गले नहीं उतरती कि योजना हिमाचल की तो पंजाब के कर्मचारी उसमें क्यों काम करें।उन्होंने बताया कि इस नोटिस के आने के बाद अगर पैसा नहीं दिया गया तो जहां चंगर क्षेत्र की पेयजल सप्लाई बाधित होगी वहीं धार्मिक स्थल नैना देवी का भी पेयजल संकट सामने आ जाएगा। उन्होंने कहा कि इस बारे में वह तीन दिन पहले प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से मिले थे और इस विषय में लंबी चर्चा की थी। उन्होंने कहा कि अगले ही दिन मुख्यमंत्री ने इस संदर्भ में बैठक बुला ली थी और इसका हल निकालने की बात कही थी।उन्होंने कहा कि इस योजना पर 2024 तक अनुबंध हुआ है और उसके तहत अगला पिछला मिलाकर कुल 4 करोड़ रुपए से अधिक की राशि पंजाब सरकार को देय बनती है। उन्होंने कहा कि इस बार के बजट में नैना देवी के विधायक रणधीर शर्मा ने जल शक्ति मद में मात्र 20 लाख रुपए का बजट रखा था जो कि ऊंट के मुंह में जीरे के समान है।

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