{महिमा गौत्तम – कुल्लू} उपायुक्त आशुतोष गर्ग ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा पंचायत स्तर पर ज्ञान केंद्र पुस्तकालय खोलने का निर्णय लिया गया है ।उन्होंने पंचायत प्रतिनिधियों से आग्रह किया की वे अपनी पंचायत में ज्ञान केंद्र खोलने के लिए स्थान उपलब्ध कराए ताकि हर पंचायत में पुस्तकालय खोला जा सके। उन्होंने कहा कि पंचायत स्तर पर पुस्तकालय खोलने का मुख्य उद्देश्य बच्चों में छोटी उम्र से ही पढ़ने की आदत विकसित करना है। उन्होंने विद्यार्थियों से आग्रह करते हुए कहा कि वे अपने पाठ्यक्रम की पुस्तकों के अलावा अन्य पुस्तकों तथा समाचार पत्रों का भी अध्ययन करे ताकि उनका समग्र विकास सुनिश्चित हो सके। उन्होंने कहा कि पुस्तकें हमारी सच्ची मित्र है और आज के मोबाइल इंटरनेट के जमाने में पुस्तकों का महत्व और भी बढ़ गया है। उन्होंने कहा कि यदि हमें एक बार पढ़ने की आदत लग जाए तो वह जीवन पर्यंत जारी रहती है । जो न केवल हमारे दैनिक जीवन को सुधारने में अहम भूमिका निभाती है बल्कि एक अच्छा नागरिक बनने में भी सहायक होती है। पुस्तकें पढ़ने की आदत बच्चों को समाज में फैली नशे जैसी सामाजिक बुराई से भी दूर रखने में भी सहायक होती है। उन्होंने कहा कि पुस्तकालय में अपने विचारों के अदान प्रदान करने के साथ एक सकारात्मक सोच पैदा करने में भी अहम भूमिका निभाती है। उन्होंने बच्चों से पढ़ने के साथ-साथ खेल गतिविधियों में भी भाग लेने का आह्वान किया ।विधायक लोकेंद्र कुमार ने आनी में ज्ञान केंद्र खोलने के लिए जिला प्रशासन का आभार व्यक्त किया तथा कहा कि पुस्तकालय के आरंभ होने से आनी क्षेत्र के विद्यार्थियों को लाभ मिलेगा। उन्होंने बच्चों से नशे जैसी सामाजिक बुराई से दूर रहने का आह्वान किया तथा कहा कि वह अपनी उर्जा का सकारात्मक दिशा में प्रयोग करें ।खंड विकास अधिकारी अंजना शर्मा ने मुख्य अतिथि तथा अन्य गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया।इस अवसर पर पंचायत समिति आनी की अध्यक्ष सुश्री विजय कंवर, उपाध्यक्ष संदीप ठाकुर ,जिला परिषद सदस्य जीवन ठाकुर , विभिन्न विभागों के अधिकारी व पंचायती राज संस्थाओं के सदस्य व विशिष्ट जन सहित स्थानीय पाठशाला के विद्यार्थी उपस्थित थे।