{महिमा गौत्तम -कुल्लू } शेरे कुलवी के नाम से मशहूर स्व लाल चंद प्रार्थी की जयंती जिला कुल्लू के मुख्यालय ढालपुर में मैदान मनाई गई। ब्राह्मण जन कल्याण सभा के द्वारा एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया और 15 अगस्त 1947 को स्व लाल चंद प्रार्थी के द्वारा लगाए गए पेड़ की विधिवत पूजा अर्चना की गई। इस कार्यक्रम में स्व लाल चंद प्रार्थी द्वारा हिमाचल प्रदेश में भाषा विभाग के गठन व अन्य कार्य को पूरा करने के बारे भी विस्तार से चर्चा की गई। इस कार्यक्रम में विकास खंड अधिकारी नग्गर एवं एसी टू डीसी कुल्लू ओशिन शर्मा मुख्यातिथि के रूप में शामिल हुई। ओशिन शर्मा ने कहा है कि लाल चंद प्रार्थी एक कुशल नेता के अलावा साहित्यकार,कवि व संस्कृति के संरक्षक थे। उन्होंने कहा कि उनका जन्म 3 अप्रैल 1916 को नग्गर में हुआ था। वे प्रदेश के पहले भाषा,संस्कृति मंत्री रहे हैं और उन्होंने ही प्रदेश की संस्कृति को संरक्षित करने का बीड़ा उठाया था। वही, स्व प्रार्थी का प्रदेश के उत्थान में वेहद योगदान रहा है। वही, जिला कुल्लू ब्राह्मण जन कल्याण सभा के अध्यक्ष देवराज गौतम ने कहा कि 15 अगस्त 1947 को शेरे कुल्लू लाल चंद प्रार्थी ने ढालपुर में मोहरनी का वृक्ष रोपित किया था। इसी ऐतिहासिक वृक्ष के पास प्रार्थी जयंती को मनाया गया। वहीं उनके स्मृति पर पुष्पांजलि अर्पित की गई। इस दौरान सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के कलाकारों ने प्रार्थी जयंती पर सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए।