{न्यूज़ प्लस ब्यूरो -सिरमौर } सिरमौर के शराब कारोबार (Liquor Buisness) पर अर्की के व्यवसायी राजेश ठाकुर ने कब्जा किया है। राजेश एंड कंपनी ने 5 में से 4 इकाईयों को खरीद लिया है। राजेश एंड कंपनी ददाहू व राजग़ढ़ में पहले से शराब के ठेके चला रही है। कालाअंब यूनिट को नाहन के नितिन चौहान की कंपनी नितिन लिकर ने खरीदा है। मीडिया को जानकारी देते उपायुक्त, टेंडर डालते राजेश ठाकुर बता दें कि शराब कारोबारी राजेश ठाकुर मूलतः सोलन के अर्की के रहने वाले हैं। चार साल बाद शराब के ठेकों की नीलामी (auction of liquor contracts) का प्रयोग सफल नजर आया। पिछले चार साल से शराब के ठेकों को तकरीबन 10 प्रतिशत की वृद्धि पर रिन्यू किया जा रहा था। हालांकि, ये नहीं पता है कि 2024-25 में सरकार इस साल नीलाम ठेकों को रिन्यू करेगी या नहीं, लेकिन जिला परिषद भवन (SFDA Nahan) में नीलामी के दौरान मौजूद ठेकेदारों में इस बात को लेकर स्पष्ट स्थिति थी कि अगली बार भी सरकार शराब के ठेकों को रिन्यू करने की बजाय नीलाम करेगी।इसमें कोई अतिश्योक्ति नहीं है कि नीलामी के माध्यम से शराब के कारोबार से सरकार की कमाई में खासा उछाल आने की उम्मीद रहती है।राजस्व के लिहाज से नाहन व ददाहू यूनिट फायदेमंद साबित हुई। 4 करोड़ 97 लाख 36 हजार 465 की आय बढ़ी है। इसके बाद बद्रीपुर व शिलाई यूनिट में 4 करोड़ 66 लाख 4 हजार 573 का सर्वोच्च इजाफा दर्ज हुआ है। तीसरे स्थान पर राजगढ़ व सराहां यूनिट में विभाग को 4 करोड़ 26 लाख 95 हजार 485 रुपए की वृद्धि मिली है।आबकारी विभाग को शराब के ठेकों की नीलामी में 30.53 प्रतिशत वृद्धि भी हासिल हुई है। विभाग ने 5 इकाईयों के लिए 59 करोड़ 99 लाख 27 हजार 528 रुपयों का आरक्षित मूल्य निर्धारित किया था। विभाग को उम्मीद से अधिक 78 करोड़ 31 लाख 40 हजार का राजस्व प्राप्त हुआ, यानि विभाग ने कारोबार में 18 करोड़ 32 लाख 1 हजार 247 रुपए के राजस्व में बढ़ोतरी करने में सफलता अर्जित की है।नाहन व ददाहू यूनिट के 15 ठेकों के लिए विभाग ने 11 करोड़ 54 लाख 83 हजार 535 का आरक्षित मूल्य निर्धारित किया था। जबकि अधिकतम बोली 16 करोड़ 52 लाख 20 हजार रुपए की रही। कालाअंब यूनिट का आरक्षित मूल्य 8 करोड़ 92 लाख 3 हजार 524 रुपए निर्धारित किया गया था। जबकि इसकी बोली 10 करोड़ 51 लाख में लगी।राजगढ़ व सराहां इकाई के 29 ठेके 18 करोड़ 43 लाख में नीलाम हुए। इनका आरक्षित मूल्य 14 करोड़ 16 लाख 4 हजार 515 निर्धारित हुआ था। बद्रीनगर व शिलाई के 16 ठेकों की यूनिट की भी सबसे अधिक बोली राजेश एंड कंपनी ने 17 करोड़ 60 लाख 20 हजार की लगाई। पुरुवाला व गोविंदघाट यूनिट 15 करोड़ 25 लाख रुपए में बिकी। आबकारी की 5 इकाईयों के 91 ठेके नीलाम किए गए। सबसे अधिक 29 ठेके राजगढ़ व सराहां यूनिट में हैं।