हिमाचल की राजधानी से भड़की मस्जिद विवाद की चिंगारी प्रदेश के अन्य शहरों में भी तेजी से सुलग रही है। इसी कड़ी में कुल्लू में देवभूमि संघर्ष समिति आज प्रदर्शन कर रही है। कुछ देर में प्रदर्शन शुरू हो जाएगा। DC कुल्लू तोरुल एस रविश ने शान्ति एवं क़ानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए धारा 163 लागू कर प्रदर्शन पर पांबंदी लगा दी है। इसे पांच या इससे ज्यादा लोगों के एक साथ चलने पर रोक लग गई है। DC द्वारा धारा 163 लागू करने के बावजूद देवभूमि संघर्ष समिति द्वारा प्रदर्शन किया जा रहा है। सुबह 10 से दोपहर बाद 4 बजे तक प्रदर्शन पर रोक यह रोक सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक भेखली बाइपास से पेट्रोल पम्प तक लागू की गई। वहीं पुलिस प्रशासन ने एक दिन पूर्व से ही अखाड़ा बाजार में गश्त बढ़ा दी है। इस दौरान संजौली की अवैध मस्जिद को गिराने, वक्फ बोर्ड को भंग करने के अलावा कुल्लू में बनी मस्जिद का स्थानीय लोग विरोध कर रहे हैं। देवभूमि हिंदू जागरण मंच के अध्यक्ष क्षतिज सूद ने बताया कि आज मस्जिद के विरोध में शांतिपूर्ण धरने का आयोजन रखा है। गेमन पुल के पास सभी एकत्रित होंगे। वहीं तय किया जाएगा रैली कहां से निकालनी है। वहीं कुल्लू में जामा मस्जिद को लेकर एसडीएम विकास शुक्ला स्पष्ट कर चुके हैं कि मस्जिद अवैध नहीं। क्या है मस्जिद विवाद शिमला के मैहली में बीते 31 अगस्त को 2 गुटों में लड़ाई के बाद मस्जिद विवाद गरमाया। लोकल व्यक्ति को मारने वाले विशेष समुदाय के 6 लोग संजौली मस्जिद में छिप गए थे। इसके बाद मस्जिद को तोड़ने की मांग तेज हुई, क्योंकि संजौली में मस्जिद बिना नक्शे के ब़नाई गई। जिस मस्जिद का मुस्लिम समुदाय आजादी से पहले बना होने का दावा कर रहा है, वह 1947 से पहले की है, लेकिन तब यह 2 मंजिला था। साल 2010 से 2020 के बीच यहां 5 मंजिला मस्जिद बना दी गई। हिंदू संगठन इस मस्जिद के अवैध हिस्से को तोड़ने की मांग कर रहे है। इसी मांग को लेकर शिमला में 1 और 5 सितंबर को प्रदर्शन हुआ। 11 सितंबर को बड़ी संख्या में लोगों ने संजौली-ढली में प्रदर्शन किया। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने हल्का बल प्रयोग और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया। इससे हिंदू संगठन भड़क गए और देवभूमि संघर्ष समिति अलग अलग शहरों में प्रदर्शन कर रही है। इसी कड़ी में आज कुल्लू में प्रदर्शन रखा गया है।