हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिला में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कांग्रेस नेताओं के ठिकानों पर रेड की है। ईडी की टीम ने नगरोटा बगवां से कांग्रेस विधायक आरएस बाली के घर और निजी अस्पताल पर रेड की है। साल 2022 के विधानसभा चुनाव में देहरा से कांग्रेस प्रत्याशी एवं प्रदेश कांग्रेस के कोषाध्यक्ष डॉ. राजेश शर्मा के घर पर भी ईडी ने दबिश दी है। ईडी की लगभग 200 लोगों की टीम 40 गाड़ियों में कांगड़ा के अलग अलग ठिकानों पर पहुंची है। आरएस बाली और राजेश शर्मा के घर के बाहर बड़ी संख्या में सीआरपीएफ के जवान तैनात है। आरएस बाली का कांगड़ा में फोर्टिज अस्पताल है, जबकि डॉ. राजेश शर्मा का भी बालाजी ट्रस्ट नाम से अस्पताल है। यहां भी रेड की सूचना है। कांगड़ा के अन्य निजी अस्पताल पर भी रेड की सूचना है। ऊना में भी ED की टीम एक प्राइवेट अस्पताल के तीन जगहों पर रेड की है। मामला आयुष्मान भारत और हिम केयर स्कीम की गड़बड़ियों से भी जुड़ा हो सकता है (पूरी खबर पढ़ें) पंजाब के गवर्नर कटारिया ने शपथ ली, चंडीगढ़ प्रशासक का भी जिम्मा देखेंगे​​​​​ पंजाब के नए गवर्नर गुलाब चंद कटारिया ने बुधवार को शपथ ली। पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस शील नागू ने उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। कटारिया गवर्नर के साथ चंडीगढ़ के प्रशासक का भी कामकाज भी देखेंगे। इस दौरान हरियाणा के गवर्नर बंडारू दत्तात्रेय, पंजाब के सीएम भगवंत मान भी मौजूद रहे। पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने गुलाब चंद कटारिया के पैर छूकर आशीर्वाद लिया। बता दें कि पंजाब में पूर्व गवर्नर बीएल पुरोहित और सीएम भगवंत मान के बीच टकराव चल रहा था। दोनों ने एक-दूसरे के खिलाफ खूब बयानबाजी की। कुछ समय पहले बीएल पुरोहित ने निजी कारण बता इस्तीफा दे दिया था। जिसे कुछ दिन पहले राष्ट्रपति ने स्वीकार कर कटारिया को नया गवर्नर बना दिया। 79 साल के कटारिया 30 साल से लगातार विधायक रहे
गुलाबचंद कटारिया का जन्म 13 अक्टूबर 1944 को राजसमंद के देलवाड़ा में हुआ था। कटारिया ने एमए, बीएड और एलएलबी तक पढ़ाई की है। उनकी पांच बेटियां हैं। हायर एजुकेशन के बाद वे उदयपुर में प्राइवेट स्कूल में पढ़ाने लगे थे। कॉलेज के समय में आरएसएस से जुड़ गए। कटारिया जनसंघ के दिग्गज नेता सुंदर सिंह भंडारी और भानु कुमार शास्त्री के साथ काम करने लगे थे। कटारिया 1993 से लगातार विधायक रहे। उदयपुर विधानसभा सीट से 2003 से 2018 तक लगातार चार बार चुनाव जीते। 1993 में भी उदयपुर शहर से विधानसभा चुनाव जीते थे। 1998 में भी कटारिया ने विधानसभा चुनाव जीता था, मगर तब वे बड़ी सादड़ी सीट से चुनाव लड़े थे। पैसों की जरूरत पड़ी तो नौकरी करने लगे थे कटारिया
गुलाबचंद कटारिया की छवि एक बेबाक और ईमानदार नेता की है। कटारिया के बारे में एक किस्सा है। विधायक बनने के बाद भी कटारिया को जब पैसे की जरूरत पड़ी तो वे उदयपुर में नौकरी करने लग गए थे। जब पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को उनके नौकरी करने के बारे में पता लगा तो उन्हें समझाया कि पार्टी के लिए यह ठीक नहीं रहेगा कि आप जैसा नेता नौकरी करे। काफी समझाने के बााद वे नौकरी छोड़ने को तैयार हुए। प्राइवेट स्कूल में पढ़ाते हुए चुनाव लड़ा
गुलाबचंद कटारिया ने जिस दौर में राजनीति शुरू की, वह जनसंघ के लिए मुश्किल दौर था। राजनीति में उस वक्त आज के दौर की तरह पैसा नहीं था। कटारिया प्राइवेट स्कूल में पढ़ाते हुए ही चुनाव लड़े थे। कटारिया के पास वाहन के नाम पर एक मोटरसाइकिल हुआ करती थी, उसी से उदयपुर संभाग के आदिवासी इलाकों में पार्टी का काम करते थे। पंजाब पुलिस ने लाडोवाल टोल प्लाजा शुरू कराया पंजाब में लुधियाना स्थित सबसे महंगा लाडोवाल टोल प्लाजा बुधवार सुबह पुलिस ने शुरू करा दिया। विरोध करने पहुंचे 2 किसान नेताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। रेट बढ़ाए जाने के विरोध में किसान संगठनों ने 16 जून को टोल प्लाजा को बंद कर दिया था। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने हाईकोर्ट में याचिका लगाकर टोल प्लाजा शुरू करने की मांग की थी। हाईकोर्ट ने पंजाब सरकार को टोल शुरू कराने के आदेश दिए थे। किसान नेता दिलबाग सिंह गिल ने कहा कि उन्होंने किसानों से टोल पर पहुंचने का आह्वान किया है। प्रशासन जबरदस्ती टोल शुरू करा रहा है। उनकी मांग है कि टोल की दरें सस्ती की जाएं। (पूरी खबर पढ़ें) हरियाणा में लगेगी सिद्धू मूसेवाला की प्रतिमा हरियाणा में जननायक जनता पार्टी(JJP) के प्रधान महासचिव दिग्विजय चौटाला सिरसा की डबवाली सीट से विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं। वह इन दिनों डबवाली हलके में काफी सक्रिय हैं और लोगों के सुख-दुख बांट रहे हैं। दिग्विजय चौटाला ने यह कहकर चौंका दिया है कि वह डबवाली में सिद्धू मूसेवाला की प्रतिमा लगाएंगे। दिग्विजय चौटाला का कहना है यह प्रतिमा अगले 2 माह में तैयार हो जाएगी। डबवाली में इसके लिए कोई निश्चित स्थान देखा जा रहा है। दिग्विजय ने बताया कि प्रतिमा लगाने के लिए वह सिद्धू मसूवाला के पिता बलकौर सिंह से इजाजत ले चुके हैं। प्रतिमा स्थापित हो जाने के बाद बलकौर सिंह खुद आकर सिद्धू मुसेवाला की प्रतिमा का अनावरण अपने हाथों से करेंगे। (पूरी खबर पढ़ें)

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