हिमाचल प्रदेश में कल यानी 1 अगस्त से टीचरों की ट्रांसफर पर मिड सेशन में पूरी तरह बैन लागू कर दिया गया है। छात्रों की जीरो एनरोलमेंट वाले 99 स्कूलों को भी बंद करने तथा 5 या 5 से कम बच्चों वाले स्कूल मर्ज करने को कह दिया गया है। कैबिनेट के फैसले के बाद शिक्षा सचिव ने इसे लेकर आदेश जारी कर दिए है। कैबिनेट ने बीते 25 जुलाई को संपन्न मीटिंग में मिड सेशन के दौरान टीचरों की ट्रांसफर नहीं करने का फैसला लिया है। मिड सेशन में ट्रांसफर से बच्चों की पढ़ाई पर बुरा असर पड़ता है। यही नहीं ज्यादातर टीचर सालभर बच्चों को पढ़ाने के बजाय ट्रांसफर के लिए सचिवालय और शिक्षा निदेशालय के चक्कर काटते रहते हैं। खासकर राजनीतिक रसूख वाले टीचरों शहरी क्षेत्रों के स्कूलों में ट्रांसफर के लिए होड़ लगी रहती है। इसे देखते हुए सरकार ने अब साल में एक बार ही टीचरों की ट्रांसफर करने का निर्णय लिया है। सरकार के इस निर्णय के बाद टीचरों की ट्रांसफर शैक्षणिक सत्र शुरू होने से पहले होगी। प्रदेश के विंटर क्लोजिंग स्कूलों में फरवरी के तीसरे सप्ताह में शैक्षणिक सत्र शुरू होता है, जबकि समर क्लोजिंग स्कूलों में एक अगस्त से सत्र शुरू होता है। लिहाजा अब टीचरों को ट्रांसफर के लिए साल का इंतजार करना पड़ेगा। 89 प्राइमरी, 10 मिडल स्कूल बंद करने के आदेश कैबिनेट के फैसले के बाद शिक्षा सचिव ने जीरो एनरोलमेंट वाले 89 प्राइमरी और 10 मिडल स्कूलों को बंद करने के आदेश जारी कर दिए है। इसी तरह जिन प्राइमरी स्कूलों में 5 या 5 से कम बच्चे है और 2 किलोमीटर की परिधि में दूसरा स्कूल है, उसे साथ लगती पाठशाला में मर्ज किया जाएगा। मिडल स्कूलों में जहां 5 या 5 से कम बच्चे पंजीकृत हैं और वहां 3 किलोमीटर के दायरे में दूसरा मिडल स्कूल चल रहा है, ऐसी पाठशाला को भी साथ लगते विद्यालय में मर्ज करने के आदेश जारी कर दिए गए है। स्कूलों के मुखिया को भी पढ़ाना होगा शिक्षा सचिव ने अपने आदेशों में स्पष्ट किया है कि स्कूलों में हेड मास्टर, प्रिंसिपल, सेंटर हेड टीचर (सीएचटी), हेड टीचर को पढ़ाना अनिवार्य कर दिया गया है। इन आदेशों के बाद स्कूलों के मुखिया को प्रशासनिक कार्य के साथ-साथ बच्चों को पढ़ाना होगा। सरकार ने यह फैसला क्वालिटी एजुकेशन के लिए लिया है। राष्ट्रगान-राष्ट्रगीत किया अनिवार्य शिक्षा सचिव ने सभी स्कूलों में 15 मिनट तक व्यायाम जरूरी अनिवार्य कर दिया है। प्रत्येक स्कूल में रोजाना राष्ट्रगान और राष्ट्रगीत के साथ साथ ऐ मालिक तेरे बंदे हम… इतनी शक्ति हमे दे न दाता… प्रार्थना को अनिवार्य कर दिया गया है। किन्नौर-लाहौल स्पीति में आवासीय स्कूल खोलने की तैयारी हिमाचल सरकार किन्नौर और लाहौल स्पीति में पायलट आधार पर आवासीय स्कूल बनाने पर विचार कर रही है। लाहौल स्पीति जिला के 121 स्कूलों और किन्नौर के 29 स्कूलों में में 5 या 5 से भी कम बच्चे है। इसे देखते हुए सरकार इन दोनों जिलों में आवासीय स्कूल खोलेगी।