(न्यूज प्लस- शिमला) पिछले कई बर्षो से देव विवाद से उलझ रहा वलागाड़ क्षेत्र में एक हैरान करने वाली घटना सामने आई जहां दो गुटों ने देवता के स्वर्ण रथ को लेकर हाथा पाई कर दी । उपमंडल बंजार में देवता मार्कंडेय ऋषि बलागाड़ के रथ को छीनने का मामला सामने आया है. देवता के कारदार चेतन स्वरूप ने इस बारे में बंजार पुलिस में एक मामला दर्ज करवाया है. पुलिस ने शिकायत मिलते ही मामले की जांच शुरू कर दी है। देवता के कारदार चेतन स्वरूप ने बताया कि बीते दिन वह देवता मार्कंडेय ऋषि और देवी बाला सुंदरी के रथ को लेकर लाहुंड गांव से जा रहे थे. उसी दौरान कुछ लोग भारी संख्या में आए और उनसे देवता का रथ छीन लिया, हालांकि वह देवी बाला सुंदरी के रथ को लोग छीनने में कामयाब नहीं हो पाए. देवता के कारदार चेतन स्वरूप ने बंजार पुलिस को एक शिकायत पत्र सौंपा है. शिकायत पत्र में 16 हारियानों पर देवता मार्कंडेय बलागाड़ का रथ छीनने का आरोप लगाया गया है, शिकायत पत्र में बताया गया है कि लांहुड गांव से पहले कैंची नामक स्थान पर करीब 200 लोगों ने दोनों रथों को छीनने और मारपीट करने की भरपूर कोशिश की. हारियान देवता मार्कंडेय का रथ छीनने में तो कामयाब हो गए, लेकिन माता के रथ को किसी तरह से बचा लिया. कारदार चेतन स्वरूप ने शिकायत पत्र में बताया कि देवता के रथ से सोने की 7 मोहरें, अष्टधातु का एक मोहरा, चांदी के 2 छत्र, सोने की वनात, मंडाली को छीन लिया.डीएसपी बिन्नी मिन्हास का कहना है कि शिकायत मिलने पर मामला दर्ज कर लिया गया है. पुलिस और प्रशसासन मिलकर इस पर छानबीन कर रहा ह