न्यूज प्लसः रंजीत लाहोलीः केलांग: लाहौल घाटी में एक माह से चल रहे स्नो फेस्टिवल में लाहौल की संस्कृति को स्थानीय लोगों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम, प्रदर्शनी व खेलों के माध्यम से लोगो को बताया। इन कार्यक्रमों में पांरम्परिक पत्थर के बर्तनों की प्रदर्शनी लगाई गई। इन बर्तनों का इस्तेमाल आज भी यहां लोग करते आ रहे है, पारम्परिक व्यंजनों की बड़ी प्रर्दशनी लगाई गई, हस्तलिखित बौध ग्रंथ भी देखने को मिले, याक को भी सजा कर प्रदर्शित किया गया। वहीं जोवरंग गांव में एग्रीकल्चर चीफ सेकेट्री गौरी शंकर, उपायुक्त लाहौल स्पीति पंकज राय और एसपी मनोज वर्मा आदि मुख्य अतिथि के रूप मे उपस्थित हुए। मुख्यअतिथि ने स्थानीय देवता को नमन करते हुए कहा कि लाहौल स्पीती की संस्कृति बहुत ही अच्छी है व यहां का खान पान भी बहुत अच्छा है। यहां पर स्थानीय मेले का आयोजन भी हुआ जो लगभग 300 सालों से मनाया जा रहा है। जिससे यहां के लोगों ने अपनी संस्कृति का बनाए रखा है। साथ ही कहा कि जोर्वंग गांव मणि महेश का मुख्य द्वार भी है।