[ दिलसुख शर्मा – टकोली ] प्रदेश की बीजेपी सरकार ने अभी से मिशन 2022 के लिए चुनावी शंखनाद कर दिया है जिसमें कार्यकारिणी को चुस्त रहने और कार्यकर्ता को वोटरों के साथ संपर्क में रहने के लिए कहा गया है बीजेपी सरकार ने अपने 2017 चुनाव के घोषणा पत्र में भूमि अधिग्रहण की मुआवजा राशि को दो गुना से चार गुना करने को बात लिखित रूप में की थी पर अब वे 2022 के चुनाव के लिए चुनावी बिगुल फूंक चुके है जिससे प्रभावितों को इस झूठी सरकार पर रत्ती सा भी विश्वास नहीं रहा है प्रभावितों का कहना है कि सरकार अपने पिछले वादों को पूरा करने में पूरी तरह नाकाम है तो वे किस आधार पर अपना चुनावी शंखनाद कर रहे हैं नेरचौक से मनाली तक 55-60 पंचायतें फोरलेन से प्रभावित हुई है जिसमे 8-10000 परिवार इसकी चपेट में उजड़ गए और भूमिहीन हो चुके हैं सभी प्रभावित इसी आस में थे और बीजेपी का 2017 के चुनाव में पूरा सहयोग किया था कि वे अपने घोषणा पत्र को सरकार बनते ही लागू करेंगे पर ये भाजपा सरकार पूरी तरह से नाकाम हो चुकी है इसलिए अब प्रभावितों ने ठान ली है कि सरकार अब कुछ नहीं करेगी तो वे आने वाले सभी चुनावों में बीजेपी को बाहर का रास्ता दिखा देंगे और समूचे प्रदेश की जनता पर महंगाई की मार इतनी है कि आम जनता का इस सरकार ने जूस निकाल दिया है सभी प्रभावित व आम जनता इसका जवाब भाजपा को हर चुनाव में देगी।