तुलसी सिंहः न्यूज प्लसः कुल्लूः इन दिनों कुल्लू ज़िला के जंगलों व गउशाला में आग थमने का नाम नहीं ले रही है। आए दिन ज़िला में ऐसे कई मामले सामने आ चुके है। जिससे जंगलों में आग लगने से पर्यावरण को बहुत अधिक नुक्शान हो रहा है, कीट, जंगली पक्षी व जंगली जानवर भी मारे जा रहे है जो चिंता का विषय है वन विभाग आए दिन आम जनमानस को इसके प्रति सजक करता आ रहा है फिर भी जंगलो में आगजनी लगना आम बात होती जा रही है। अधिकतर कुछ शरारती तत्वों द्वारा जंगलों में आग लगा दी जाती है। जिससे पर्यावरण पर बुरा असर तो पड़ेगा ही वहीं आने वाले समय में ऐसा भी देखने को मिल सकता है कि हिमाचल के जंगलों मे लगे पेड़ ना दिखाई दे। न्यूज प्लस टीम सदैव ऐसे मामलो को उज़ाकर कर सरकार व संबंधित विभाग को अवगत कराती आई है। वहीं पिछले कल ऐसी ही एक घटना सैंज घाटी के तहत आने वाली ग्राम पंचायत देहुरीधार के पचेड़ी गांव के फतेह राम की गोशाला लगभग 7 बजे के आस पास जलकर राख हो गई। फतेह राम से बातचीत कर पता चला कि इस घटना में कोई जानमाल का नुकशान नहीं हुआ है और तकरीबन डेढ़ लाख रुपय का नुकसान हो गया है। उन्होंने कहा कि आग अचानक लग गई जिससे गांव में अफरातफरी मच गई और गांव वालों के सहयोग से इस घटना पर काबू पाया जा सका। लेकिन तब तक सब कुछ चलकर राख हो गया था। वहीं पंचायत प्रधान निर्मला देवी ने इस मामले की पुष्टि की है।