हिमाचल प्रदेश में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कांग्रेस की सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार पर बड़ा हमला बोला है। गुरुवार को शिमला में पत्रकारवार्ता में उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार बदले की भावना से काम कर रही है और भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं के खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज कर उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार सारी संवैधानिक और प्रशासनिक सीमाएं लांघ चुकी है। जयराम ठाकुर ने अधिकारियों को भी कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि वे अपनी सीमाओं में रहकर काम करें। उन्होंने कहा कि सरकार के पास ज्यादा समय नहीं बचा है और जो अधिकारी सरकार के इशारे पर गलत कार्रवाई कर रहे हैं, उन्हें आने वाले समय में इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सहित हत्या के प्रयास के झूठे केस भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सहित कई विधायकों और उनके परिवार पर हत्या के प्रयास तक के झूठे केस दर्ज किए गए हैं। उन्होंने कहा कि विपक्ष या भाजपा ही नहीं, जिन निर्दलीय और कांग्रेस विधायकों ने सरकार और कांग्रेस का साथ छोड़ा, आज वे प्रताड़ना का शिकार हो रहे हैं। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सहित आधा दर्जन से ज्यादा विधायकों और कई कार्यकर्ताओं और पूर्व विधायक झूठे मुकदमे झेल रहे हैं। उनके परिवारों पर भी मुकदमा दर्ज किया गया है। भाजपा से जुड़े लोगों के व्यवसाय को भी चोट इतना ही नहीं, उनके व्यापार और व्यवसाय को खत्म करने का प्रयास किया जा रहा है। रवि ठाकुर के घर के रास्ते पर दीवार लगा दी गई तो पूर्व विधायक केएल ठाकुर का क्रशर को बंद करा दिया गया। उन्होंने इसके लिए हाईकोर्ट से अनुमति ली है। इसके बाद पुलिस रोजाना क्रशर पर जाकर परेशान कर रही है। लोकतंत्र में असहमति का भी सम्मान होना चाहिए, पर यहां तो प्रतिशोध है उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में असहमति का सम्मान होना चाहिए, लेकिन प्रदेश में असहमति को अपराध की तरह देखा जा रहा है। जयराम ठाकुर ने स्पष्ट किया कि सत्ता परिवर्तन के बाद कांग्रेस नेताओं और सरकार को इसका भुगतान करना पड़ेगा, क्योंकि बदले की भावना से कार्य की शुरुआत कांग्रेस ने की है। जयराम के आरोप- किन्हें मुकदमा दर्ज कर प्रताड़ित किया जा रहा है आपदा के दौरान भी दर्ज किए गए मुकदमे जयराम ठाकुर ने आरोप लगाया कि सिराज क्षेत्र में आपदा के दौरान भी लोगों पर मुकदमे दर्ज किए गए और एक दिन में 51 लोगों को थाने में बैठाया गया, जहां कांग्रेस नेता वेरिफिकेशन कर रहे थे। शिमला के संजौली क्षेत्र में 150 से अधिक लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई। बिना ठोस आधार के मुकदमे दर्ज कर विपक्षी नेताओं और कार्यकर्ताओं को अधिकारियों पर दबाव बनाकर परेशान किया जा रहा है।