हिमाचल प्रदेश के जिला चंबा के छोटे से गांव छतराडी की नैंसी शर्मा ने इतिहास रच दिया है। उन्हें हिमाचल प्रदेश महिला अंडर-23 क्रिकेट टीम की कप्तान चुना गया है। इस उपलब्धि से न केवल उनका गांव बल्कि पूरा जिला गर्व महसूस कर रहा है। गांव में नैंसी की सफलता पर खुशी और जश्न का माहौल है। लड़कियों के लिए बनी प्रेरणा नैंसी शर्मा ने अपने हुनर और मेहनत के दम पर यह मुकाम हासिल किया है। उन्होंने साबित किया है कि खेल का मैदान केवल लड़कों के लिए नहीं, बल्कि लड़कियों के लिए भी समान अवसरों का क्षेत्र है। छोटे से गांव से निकलकर उन्होंने प्रदेश स्तर पर अपनी पहचान बनाई है और अब अन्य लड़कियों के लिए प्रेरणा बन गई हैं। हिमाचल टीम का प्रतिनिधित्व करेंगी नैंसी छतराडी की नैंसी शर्मा हिमाचल अंडर-23 टी-20 क्रिकेट टीम का नेतृत्व करेंगी। टीम का पहला मुकाबला 24 नवंबर को मध्य प्रदेश के साथ होगा। दूसरा मैच 25 नवंबर को विदर्भ से, तीसरा 27 नवंबर को छत्तीसगढ़ से, चौथा 29 नवंबर को बिहार से और अंतिम मुकाबला 1 दिसंबर को दिल्ली से खेला जाएगा। सभी मैच चंडीगढ़ में आयोजित किए जाएंगे। परिवार का सहयोग बना ताकत नैंसी शर्मा के पिता पशुपालन विभाग में फार्मासिस्ट के पद पर कार्यरत हैं, जबकि उनकी माता गृहिणी हैं। नैंसी की प्रारंभिक शिक्षा गांव छतराडी के सरकारी स्कूल से हुई। बचपन से ही उन्हें खेलों का शौक था और वे अक्सर लड़कों के साथ वॉलीबॉल खेला करती थीं। यही जिद और जुनून उन्हें क्रिकेट के मैदान तक ले आया। क्षेत्र में खुशी की लहर नैंसी शर्मा के हिमाचल टीम की कप्तान बनने की खबर से पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गई है। गांव के लोग और खेल प्रेमी उन्हें बधाई दे रहे हैं। नैंसी की यह उपलब्धि न केवल उनके परिवार के लिए गर्व का विषय है, बल्कि यह संदेश भी देती है कि मेहनत और लगन से कोई भी सपना पूरा किया जा सकता है।