एसबीआई ग्राहक सेवा केंद्र (CSP) संचालकों ने ‘ज़ीरो मास प्राइवेट लिमिटेड’ कंपनी पर वित्तीय धोखाधड़ी और कर चोरी के गंभीर आरोप लगाए हैं। संचालकों ने अपनी शिकायत एएसपी विजिलेंस धर्मशाला को सौंपकर उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि उनका बकाया भुगतान न होने आर्थिक गतिविधियां प्रभावित हो रही हैं। ज्ञापन सौंपने वाले राजिंद्र, मोहन शर्मा, रविंद्र कुमार और अवतार सिंह ने आरोप लगाया कि कंपनी ने उनकी सेवाओं, ग्राहक लेनदेन और अन्य देय भुगतानों के लिए लाखों रुपए अवैध रूप से रोक लिया है या दुरुपयोग किया है। बार-बार गुहार के बाद भी बकाया भुगतान नहीं किया जा रहा है। TDS काटा लेकिन आयकर में जमा नहीं कराया आरोप है कि कंपनी उनके भुगतानों से नियमित टीडीएस (टैक्स डिडक्टेड एट सोर्स) काट रही है। इसके अतिरिक्त, एग्रीमेंट, बीमा प्रीमियम और जीपीएस डिवाइस जैसे मदों के नाम पर भी पैसे काटे जा रहे हैं। लेकिन कंपनी ने इस टीडीएस को न तो आयकर विभाग में जमा कराया है और न ही कानूनन ज़रूरी टीडीएस प्रमाणपत्र (फॉर्म 16A) उपलब्ध कराया है। वित्तीय घोटाले का आरोप संचालकों ने इसे सीधा वित्तीय घोटाला और कर चोरी का मामला बताया है। शिकायतकर्ताओं ने एएसपी विजिलेंस से इस वित्तीय अनियमितता के मामले की तत्काल गहन जांच शुरू करने की मांग की है, ताकि उनका बकाया भुगतान सुनिश्चित हो सके और दोषी कंपनी के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जा सके। जांच के बाद होगी कार्रवाई इस संबंध में, एएसपी विजिलेंस बद्री सिंह ने शिकायत पत्र मिलने की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि मामले में लगाए गए तथ्यों और पेश किए गए साक्ष्यों की बारीकी से जांच की जाएगी। इसके आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

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