हिमाचल सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज सिरमौर जिला के कोटला-बड़ोग में प्रस्तावित आधुनिक नशा मुक्ति एवं पुनर्वास केंद्र के निर्माण को लेकर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता और अन्य विभागों के अधिकारियों की मीटिंग ली। इसमें डीसी सोलन और डीसी सिरमौर भी वर्चुअली जुड़े। सीएम ने उन्हें निर्देश दिए कि इस केंद्र की स्थापना के लिए पशु पालन विभाग की भूमि सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग को जल्द स्थानान्तरित की जाए। सीएम ने कहा कि इस केंद्र में कुल 100 बिस्तरों की क्षमता होगी। इसमें लाइब्रेरी, एक्सरसाइज रूम, स्पोर्ट्स एक्टिविटी, योग साधना और कौशल एवं व्यावसायिक प्रशिक्षण की सुविधा होगी। इसके अलावा चिकित्सा सुविधा प्रदान करने के लिए चिकित्सकों-नर्सों एवं अन्य स्टाफ की तैनाती भी की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस परियोजना के लिए राज्य सरकार ने 534.36 लाख रुपए स्वीकृत किए हैं। जरूरत पड़ी तो अतिरिक्त धनराशि भी उपलब्ध करवाई जाएगी। इसमें सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. (कर्नल) धनी राम शांडिल, अतिरिक्त मुख्य सचिव श्याम भगत नेगी, प्रधान सचिव विधि राजीव बाली, निदेशक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग सुमित किमटा और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भी भाग लिया। राज्यपाल ने इसके निर्माण में देरी पर जताई थी नाराजगी बता दें कि कोटला-बड़ोग में प्रस्तावित आधुनिक नशा मुक्ति एवं पुनर्वास केंद्र के निर्माण में देरी को लेकर राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल भी नाराजगी जाहिर कर चुके हैं। इसे लेकर राज्यपाल कह चुके हैं कि राज्य सरकार की ओर से केवल बयान आ रहे हैं कि सिरमौर में जमीन देखी जा रही है। यह कब तक बन कर तैयार होगा, इसकी कोई जानकारी नहीं है। पंजाब सरकार जागरूक हो गई, हिमाचल को भी होना चाहिए: राज्यपाल राज्यपाल ने कहा था कि राज्य सरकार ने यदि तुरंत ध्यान नहीं दिया तो उड़ता पंजाब की तरह उड़ता हिमाचल हो जाएगा। पंजाब सरकार जागरूक हो गई है तो हिमाचल सरकार को भी जागरूक होना चाहिए।