हिमाचल प्रदेश पेंशनर संयुक्त फेडरेशन ने शुक्रवार को पड्डल से सेरी मंच तक रोष मार्च निकाल कर धरना प्रदर्शन किया। फेडरेशन ने सरकार के 3% महंगाई भत्ते (DA) एरियर के फैसले पर नाराजगी व्यक्त की और विभिन्न लंबित लाभों को जारी करने की मांग की। फेडरेशन के प्रदेश अध्यक्ष हिम्मत राम शर्मा ने बताया कि दिवाली पर 3% डीए- एरियर देने के सरकार के निर्णय से पेंशनरों में असंतोष है। उन्होंने मांग की कि 1 जनवरी 2016 से 31 जनवरी 2022 के बीच रिटायर हुए सभी पेंशनभोगियों को संशोधित वेतन/पेंशन संबंधी लाभ जैसे ग्रेच्युटी, कम्यूटेशन, अवकाश नकदीकरण और संशोधित पेंशन प्रदान किए जाएं। शर्मा ने स्पष्ट किया कि वर्तमान में ये लाभ केवल 31 जनवरी 2022 के बाद रिटायर होने वाले कर्मचारियों को ही मिल रहे हैं। मांग पूरी न होने पर बडे़ आंदोलन की चेतावनी इससे पूर्व सेवानिवृत्त कर्मचारियों के साथ कथित तौर पर भेदभाव हो रहा है।हिमाचल प्रदेश पेंशनर फेडरेशन के प्रदेश सचिव जयचंद ठाकुर ने सरकार से सभी पेंशनभोगियों को बिना किसी देरी के 16% महंगाई भत्ते के साथ 111 महीने का बकाया जारी करने की मांग की। ठाकुर ने यह भी कहा कि सभी विभागाध्यक्षों को पांच वर्षों से लंबित चिकित्सा प्रतिपूर्ति बिलों के निपटान के लिए विशेष बजट आवंटित किया जाना चाहिए। फेडरेशन ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं की गईं, तो आने वाले समय में और भी बड़े आंदोलन किए जाएंगे।