अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा उत्सव के पहले दिन एक बड़ा विवाद सामने आया है। तहसीलदार कुल्लू हरि सिंह पर देवता भृगु ऋषि के देवलुओं द्वारा कथित तौर पर हमला किया गया और सरकारी कार्य में बाधा डाली गई। इस मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। विवाद तब शुरू हुआ जब तहसीलदार हरि सिंह, जो दशहरा उत्सव में मेला देवता प्रबंधन कमेटी के अध्यक्ष भी हैं, जूतों के साथ देवताओं के शिविरों में प्रवेश कर रहे थे। देवलुओं ने इसे शिविर की पवित्रता का उल्लंघन माना, जिससे वे आक्रोशित हो गए। इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हुआ है। क्या कहा गया है शिकायत में? शिकायत के अनुसार, भृगु ऋषि के देवलुओं और हारियानों ने रघुनाथ शिविर के पास मेला कमेटी कार्यालय से तहसीलदार को रोका और उनके साथ धक्का-मुक्की की। बताया गया है कि देवलुओं ने तहसीलदार से देवता से माफी मांगने के बाद ही उन्हें जाने दिया। देवता के कारदार झाबे राम ने सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी दी कि तहसीलदार हरि सिंह यादव ने देवता भृगु ऋषि के अपमान पर माफी मांगी, जिसके बाद विवाद समाप्त हो गया था। तहसीलदार हरि सिंह की शिकायत पर पुलिस ने बड़ोगी के देवता भृगु ऋषि के छह देवलुओं के खिलाफ मामला दर्ज किया है। तहसीलदार ने क्या आरोप लगाया? तहसीलदार ने आरोप लगाया है कि देवलुओं ने उनका रास्ता रोका, उन्हें घसीटा, पीटा, धमकी दी और सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाई। उन्होंने यह भी बताया कि उन्हें लगभग 200 मीटर तक जबरदस्ती धक्के देकर ले जाया गया, जिससे उन्हें मानसिक ठेस पहुंची। एसपी कुल्लू डॉ. कार्तिकेयन गोकुलचंद्रन ने इस मामले की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि तहसीलदार ने छह लोगों के खिलाफ लिखित शिकायत दी है। पुलिस अब सभी वायरल वीडियो को साक्ष्य के तौर पर एकत्र कर रही है ताकि आगे की कानूनी कार्रवाई की जा सके।