सतलुज नदी पर निर्माणाधीन 210 मेगावाट लुहरी हाइड्रो प्रोजेक्ट के मजदूरों ने शनिवार को बायल में जोरदार धरना-प्रदर्शन किया। सीटू मजदूर यूनियन के नेतृत्व में यह प्रदर्शन सतलुज जल बिजली निगम लिमिटेड (SJVNL) और मुख्य ठेकेदार कंपनी पटेल के खिलाफ था। मजदूरों ने आरोप लगाया कि उन्हें पिछले दो माह से वेतन नहीं मिला है और प्रबंधन काम शुरू करने में टालमटोल कर रहा है। सीटू यूनियन के महासचिव दिनेश मेहता ने बताया कि मजदूरों ने निगम और ठेकेदार की सभी शर्तें मान ली हैं, इसके बावजूद उन्हें बेरोजगारी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि मजदूरों का दो महीने का वेतन लंबित है और उनकी कई अन्य मांगें भी पूरी नहीं हुई हैं। मजदूरों के परिवार पर आजीविका संकट धरना-प्रदर्शन में शामिल मजदूरों ने अपनी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि निगम की लापरवाही के कारण उनके परिवारों की आजीविका पर संकट आ गया है। उन्होंने चेतावनी दी कि उनके धैर्य की और परीक्षा न ली जाए। यूनियन नेताओं ने राज्य सरकार और प्रशासन से इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप करने की मांग की। उन्होंने कहा कि सरकार को मजदूरों के हितों की रक्षा करनी चाहिए यह परियोजना क्षेत्र के लोगों के लिए रोजगार का एक महत्वपूर्ण साधन है। यूनियन ने घोषणा की है कि यदि उनकी समस्याओं का जल्द समाधान नहीं किया गया, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। इसकी पूरी जिम्मेदारी परियोजना प्रबंधन की होगी। इस अवसर पर दिनेश मेहता, राजपाल, चन्दरपाल, मोहर सिंह, मंजीत, कपिल, परस राम, प्रदीप, भुवनेश, कैलाश सहित कई अन्य मजदूर उपस्थित थे।