किन्नौर जिले में निगुलसरी वैकल्पिक मार्ग को लेकर भाजपा और कांग्रेस के बीच विवाद गहरा गया है। जनजातीय सलाहकार परिषद के सदस्य और प्रदेश मीडिया पैनलिस्ट डॉ. सूर्या बोरस ने रिकांगपिओ में मीडिया से वार्ता वार्ता के दौरान इस मुद्दे पर स्थिति स्पष्ट की। डॉ. बोरस ने कहा कि भाजपा नेता सूरत नेगी द्वारा दिखाई जा रही चिट्ठी अक्टूबर 2022 की है। यह चिट्ठी भावानगर से बड़ाकंबा तक वैकल्पिक सड़क के लिए 11.77 करोड़ रुपए की केवल प्रशासनिक स्वीकृति की है। इसके बाद नवंबर में आचार संहिता लग गई थी। उठाए कई सवाल उन्होंने कई महत्वपूर्ण सवाल उठाए और कहा कि, सड़क निर्माण के लिए डीपीआर, एस्टीमेट और टेक्निकल सैंक्शन कहां है? वन विभाग से एफसीए की मंजूरी क्यों नहीं ली गई? अगर प्रिंसिपल अप्रूवल मिला था, तो बजट आवंटन और निर्माण कार्य क्यों नहीं शुरू किया गया? डॉ. बोरस ने नाथपा ब्लॉक प्वाइंट का उदाहरण देते हुए बताया कि वहां राजस्व मंत्री के प्रयासों से कम समय में दो पुलों का निर्माण कर बाइपास मार्ग बनाया गया। इससे स्थानीय लोगों और पर्यटकों को लाभ मिल रहा है। इस दौरान जिला परिषद सदस्य हितेश नेगी, महिला कांग्रेस अध्यक्ष सरोज नेगी, बीडीसी चेयरमैन ललिता पंचारस, बीडीसी सदस्य प्रताप नेगी, अरुणा नेगी और कल्पा ब्लॉक के महासचिव वासू भूषण भी मौजूद थे।

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