CJI बी. आर. गवई और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला एक मंच पर नजर आए और मानवीय गरिमा व त्वरित न्याय पर जोर दिया। CJI ने गरिमा को संविधान की आत्मा बताया, जबकि बिरला ने त्वरित न्याय के लिए न्यायपालिका, कार्यपालिका और विधायिका के समन्वय की आवश्यकता पर बल दिया।
ESTD.2007
CJI बी. आर. गवई और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला एक मंच पर नजर आए और मानवीय गरिमा व त्वरित न्याय पर जोर दिया। CJI ने गरिमा को संविधान की आत्मा बताया, जबकि बिरला ने त्वरित न्याय के लिए न्यायपालिका, कार्यपालिका और विधायिका के समन्वय की आवश्यकता पर बल दिया।