हिमाचल प्रदेश के शिमला के जिला के रामपुर में बुधवार को यात्रियों से भरी चलती प्राइवेट बस पर पहाड़ी से बड़ी-बड़ी चट्टानें गिर गईं। इससे दो महिलाओं की मौके पर मौत हो गई। आज यानी गुरुवार को प्रशासन ने हादसे में घायल हुए 14 पर्यटकों को सुरक्षित शिमला भेजा दिया है। मरने वालों में महाराष्ट्र के जलगांव की लक्ष्मी विरानी और एक नेपाली मूल की महिला शामिल है। घायलों में मुंबई, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और केरल के टूरिस्ट भी शामिल हैं। पुलिस ने खनेरी अस्पताल में मृतक का पोस्टमॉर्टम कराया। एसडीएम रामपुर हर्ष अमरेंद्र सिंह ने चार सरकारी बोलेरो में पर्यटकों को रवाना किया। वे सैंज तक पर्यटकों के साथ रहे। इसके बाद एसडीएम कुमारसैन ने नारकंडा तक एस्कॉर्ट किया। शव परिजन और गाइड को सौंपे
मृतक पर्यटक का शव पोस्टमॉर्टम के बाद उसके मित्र और गाइड को सौंप दिया गया। रामपुर से सैंज तक शव वाहन की व्यवस्था की गई। वहां मृतक के परिजनों की एंबुलेंस पहुंची थी। 14 पर्यटकों में केरल के तीन पर्यटक भी शामिल हैं। ये सभी बीती रात कल्पा से रामपुर पहुंचे थे। स्थानीय विधायक नंद लाल ने रामपुर में फंसे पर्यटकों का हालचाल जाना। पर्यटकों में तमिलनाडु, केरल, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, कर्नाटक, बिहार, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश के लोग शामिल हैं। मृतक के शव के साथ उत्तराखंड के महेंद्र पवार को भेजा गया है।
