हिमाचल कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने गुरुवार को शिमला में मीडिया से बातचीत में कहा, वीरभद्र सिंह की लीगेसी को नजरअंदाज किया गया तो कांग्रेस संगठन को इसका खामियाजा या नुकसान भी उठाना पड़ सकता है। यह बात उन्होंने राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ संपन्न मीटिंग में कही है। प्रतिभा सिंह ने राहुल गांधी को बताया कि आपके कहने पर ही वीरभद्र सिंह की लीगेसी को देखते हुए उन्हें पार्टी अध्यक्ष की बड़ी जिम्मेदारी दी। प्रदेश में जब नगर निगम और विधानसभा के चुनाव नजदीक थे तो उन्होंने आपके कहने पर ही पार्टी को एकजुट करने का प्रयास किया। उस वक्त के पार्टी प्रभारी राजीव शुक्ला के कहने पर वह पांगी-भरमौर जैसे इलाकों में प्रचार को गई। पार्टी को इसके अच्छे परिणाम भी मिले। प्रतिभा सिंह ने कहा, आज पार्टी अध्यक्ष को लेकर चर्चा हो गई है। हाईकमान ने उनका व्यू-प्वाइंट लिया और उनकी बात को भी सुना। हाईकमान ने जल्दी फैसला लेने का भरोसा दिया है। प्रतिभा सिंह कहा, उन्होंने और सभी मंत्रियों ने राहुल गांधी के समक्ष अपनी दुख-तकलीफ रखी। इस पर राहुल गांधी ने कहा, अच्छी स्थिति नहीं है। इसमें सुधार करना होगा। संगठन में देरी का मामला उठाया प्रतिभा सिंह ने कहा, उन्होंने संगठन के गठन में देरी का मसला राहुल गांधी के समक्ष रखा है। पंचायत के चुनाव सिर पर आ गए है। मगर अब तक हम संगठन को लेकर निर्णय नहीं कर पाए। उन्होंने बताया कि बगैर संगठन के पार्टी की गतिविधियां ठप पड़ी है। यदि कोई रोष प्रदर्शन व रैली करनी है तो वे नहीं कर पा रहे। संगठन नहीं होने की वजह से हम किसी को कुछ बोल भी नहीं पा रहे। सरकार में नियुक्तियों का मामला कई बार उठाया प्रतिभा सिंह ने कहा, उन्होंने कई बार सरकार में नियुक्तियों का मामला मुख्यमंत्री के समक्ष उठाया है। उन्हें मालूम नहीं कि किस वजह से पार्टी वर्करों की एडजस्टमेंट नहीं हो पाई। वह बार बार संगठन के लोगों की एडजस्टमेंट की बात करती रही हैं। पार्टी प्रभारी के समक्ष भी यह बात बार बार रखी है। जनाधार वाला बने अध्यक्ष: प्रतिभा प्रतिभा सिंह ने कहा कि राहुल और खड़गे ने भरोसा दिलाया कि जल्द संगठन बना दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष ऐसा व्यक्ति न बने जो रबड़ स्टैंप हो। अध्यक्ष का अपना जनाधार होना चाहिए। उसकी अपनी पहचान होनी चाहिए।