अंतरराष्ट्रीय लवी मेले में बिजली काटे जाने के दो दिन बाद भी व्यापारी मेला मैदान से हटने को तैयार नहीं हैं। व्यापारी अंतिम क्षणों तक कमाई करने की उम्मीद में डटे हैं। क्रिसमस के दिन मेले में भारी भीड़ उमड़ी। इससे रामपुर में 5 किलोमीटर लंबा जाम लग गया। स्थिति यह रही कि मेला मैदान में पैर रखने की जगह नहीं थी। जाम के कारण 10 मिनट का सफर एक घंटे में बदल गया। कॉलेज ग्राउंड से लेकर डकोल्ड तक वाहनों की लंबी कतारें लग गईं, जिससे आम जनता को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। इस भारी ट्रैफिक को नियंत्रित करने के लिए इक्का-दुक्का पुलिसकर्मी ही नजर आए। जबकि क्रिसमस पर भीड़ उमड़ने की आशंका पहले से ही थी। स्थानीय प्रशासन ने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया है कि मेला दो दिन पहले ही समाप्त हो चुका है और बाजार की बिजली भी काट दी गई है। मेला समेटने में 6 दिन तक लगता है, प्रशासन ने हटा ली व्यवस्था हालांकि, व्यापारियों का कहना है कि मेले को समेटने में कम से कम 4 से 6 दिन का समय लगता है। ऐसे में जब तक मेला पूरी तरह से सिमट न जाए, तब तक व्यवस्था बनाए रखना प्रशासन और पुलिस का दायित्व होता है। लेकिन लवी मेले के अंतिम पड़ाव में यह दोनों ही अहम कड़ियां नदारद रहीं, जिससे अव्यवस्था हावी रही। बिजली काटने से रोष लवी मेला व्यापार मंडल ने स्थानीय प्रशासन के अचानक बिजली काटने पर रोष व्यक्त किया है। व्यापार मंडल के अध्यक्ष अमरनाथ बुशहरी ने कहा कि व्यापारी लाखों रुपये में एक स्टॉल खरीदते हैं। ऐसे में प्रशासन का कर्तव्य है कि जब तक मेला पूरी तरह से न सिमट जाए, तब तक बिजली और पानी जैसी मूलभूत सुविधाएं न काटी जाएं। 5 किमी लम्बा जाम, रोडवेज बसें हुईं लेट रामपुर डिपो के अड्डा प्रभारी स्वरूप चंद ने बताया कि बिना बाईपास के रामपुर ट्रैफिक के जाल में अटक कर रह गया। क्रिसमस के दिन रामपुर की सड़क ट्रैफिक जाम से अटी रही। स्थिति यह रही की लगभग 5 किमी लंबा जाम दोपहर से शाम तक बना रहा। इस जाम में एम्बुलेंस भी फंसी रही। जाम की वजह से बसें दो दो घंटे लेट हो गई। ट्रैफिक जाम की वजह से अधिकतर बसें अपने रूटीन टाइम से 2 से 3 घंटे लेट है। ये आलम सुबह से बना हुआ है।