मंडी में पुल टूटने जाने के बाद एक महीने से ज्यादा समय होने के कारण शनिवार को लोगों ने प्रदर्शन किया। सराज क्षेत्र के पांडवशिला में भारी बरसात के कारण पुल टूट जाने से ग्रामीणों की परेशानियां बढ़ गई हैं। इस पुल के क्षतिग्रस्त होने से न केवल पांडवशिला बल्कि धार जरोल पंचायत के रुशाड़ गांव का भी बाहरी दुनिया से संपर्क पूरी तरह टूट गया है। शनिवार को ग्रामीणों ने इस समस्या के विरोध में प्रदर्शन किया। उनका कहना है कि पुल टूटने से आवाजाही पूरी तरह ठप हो गया है। इससे स्कूली बच्चों की पढ़ाई गंभीर रूप से प्रभावित हो रही है। साथ ही ग्रामीणों की रोजमर्रा की जिंदगी अस्त-व्यस्त हो चुकी है। जल्द से जल्द पुल को बहाल करने की मांग
भारी बारिश ने पूरे इलाके के रहन-सहन को तहस-नहस कर दिया है। प्रशासन के सभी प्रयास मौसम की मार के सामने नाकाम साबित हो रहे हैं। इस स्थिति के कारण लोगों का गुस्सा सरकार और प्रशासन के प्रति लगातार बढ़ रहा है। हादसे के एक महीने बाद भी रुशाड़ गांव का बाहरी दुनिया से संपर्क पूरी तरह कटा हुआ है। ग्रामीणों ने प्रशासन से जल्द से जल्द इस पुल को बहाल करने की मांग की है। उल्लेखनीय है कि 30 जून और 1 जुलाई को सराज क्षेत्र में बादल फटने से काफी नुकसान हुआ था। इस प्राकृतिक आपदा में कई लोगों की मौत हो गई थी। कई लोग अभी भी लापता हैं और सैकड़ों लोग बेघर हो चुके हैं।

Spread the love