हिमाचल प्रदेश के ज्यादातर भागों में 30 घंटे से बारिश हो रही है। प्रदेश में इससे जान व माल दोनों का नुकसान हुआ है। भारी बारिश से जगह जगह लैंडस्लाइड और फ्लैश फ्लड की घटनाएं देखने को मिली है। मंडी शहर में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। प्रदेश में इससे 357 से ज्यादा सड़कें, 700 से ज्यादा बिजली के ट्रांसफॉर्मर और 179 से ज्यादा पेयजल योजनाएं ठप पड़ी है। अकेले मंडी जिला में 254 सड़कें और 540 बिजली के ट्रांसफॉर्मर बंद पड़े हैं। आज इन 4 जिलों में अलर्ट मौसम विभाग ने आज भी चंबा, कांगड़ा, कुल्लू और मंडी जिला में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी कर रखा है। भारी बारिश के बाद बाढ़, जल भराव और लैंडस्लाइड की घटनाएं देखने को मिल सकती है। इसे देखते हुए लोगों को सतर्क रहने को कहा गया है। आज शाम तक भारी बारिश, कल से कमजोर पड़ेगा मानसून मौसम विज्ञानी संदीप शर्मा ने बताया कि आज शाम तक वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव रहेगा। इससे कुछेक स्थानों पर भारी का पूर्वानुमान है। उन्होंने बताया, कल से मानसून थोड़ा कमजोर जरूर पड़ेगा, लेकिन कई स्थानों पर बारिश का दौर अगले 3 दिन जारी रहेगा। मानसून सीजन में 170 लोगों की मौत प्रदेश में इस मानसून सीजन में 170 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें 30 लोगों की जान बादल फटने, लैंडस्लाइड और बाढ़ की चपेट में आने से गई है। इसी तरह 35 लोग कई दिनों से लापता है। प्रदेश में भारी बारिश के 1523 करोड़ रुपए की निजी व सरकारी संपत्ति को नुकसान हो चुका है। प्रदेश में अब तक बादल फटने की 26 घटनाएं, फ्लैश फ्लड की 43 और बड़े लैंडस्लाइड की 34 घटनाएं पेश आ चुकी है। 1352 मकान को नुकसान प्रदेश में इस मानसून में 419 मकान पूरी तरह ढह चुके हैं, जबकि 93 मकान को आंशिक नुकसान हुआ है। इसी तरह 293 दुकानें-ढाबे और 1187 गोशालाएं भी मानसून में नष्ट हुई है।