हिमाचल प्रदेश में मौसम विभाग ने आज (12 जुलाई) तीन जिलों के लिए बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है। IMD का पूर्वानुमान है कि इन जिलों में हल्की से मध्यम स्तर की बारिश हो सकती है। हालांकि बीती देर रात हमीरपुर के सुजानपुर समेत कई स्थानों पर जमकर बारिश हुई है। मौसम विभाग ने रात को बिलासपुर, सोलन, हमीरपुर, कांगड़ा ,शिमला, मंडी में भारी बारिश की संभावना जताई थी। इसके अलावा आज कांगड़ा ,बड़सर समेत कई स्थानों पर मौसम आज साफ भी बना हुआ है। वही मौसम विभाग ने आगामी 14 से 17 जुलाई तक अधिकांश इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश होगी। कुछ स्थानों पर दिन में एक या दो बार भारी वर्षा हो सकती है। IMD के अनुसार तापमान में भी बदलाव देखने को मिलेगा। अगले 3-4 दिनों में अधिकतम तापमान 2 से 4 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है। न्यूनतम तापमान में अगले 4-5 दिनों तक कोई खास बदलाव नहीं होगा। वही मानसून के मौजूदा सीजन में अबतक 1 जून से 11 जुलाई तक मंडी जिले में सबसे ज्यादा 573.8 मिमी बारिश दर्ज की गई। कांगड़ा में 459 मिमी और सिरमौर में 467.2 मिमी वर्षा हुई। लाहौल-स्पीति में सबसे कम 28.6 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। किन्नौर में 53.4 मिमी वर्षा दर्ज की गई। कुल मिलाकर अबतक के पूरे प्रदेश में औसतन 27 फीसदी ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। हिमाचल में 184 सड़कें अभी बन्द हिमाचल प्रदेश में 184 सड़कें , 111 बिजली के ट्रांसफॉर्मर भी बंद होने से 200 से ज्यादा गांव डेढ़ सप्ताह से अंधेरे में रहने को मजबूर है। भारी बारिश के कारण 791 से ज्यादा पेयजल स्कीमें भी बाढ़ व भारी बारिश के कारण अभी भी प्रभावित है। इससे पानी की सप्लाई बाधित हुई है। कई जगह पानी लिफ्ट करने वाले पंप हाउस ही बह गए हैं। मानसून में 92 लोगों की मौत, 33 लापता प्रदेश में अब तक की बरसात में 92 लोगों की जान जा चुकी है। इनमें 24 लोगों की बाढ़, बादल फटने और लैंडस्लाइड से जान गई है। 33 लोग लापता है। अकेले मंडी जिला में 30 जून की रात बादल फटने से 15 की मौत और 27 लोग लापता है। 1000 करोड़ के पार पहुंचा नुकसान का आकलन राज्य आपदा प्रबंधन के अनुसार, भारी बारिश से 1157 करोड़ रुपए से ज्यादा की निजी व सरकारी संपत्ति नष्ट हो गई है। अकेले मंडी में 1198 घरों को नुकसान हुआ है। इनमें 500 घर पूरी तरह नष्ट हुआ है। 203 गोशालाएं और 731 पशु घर भी फ्लैश फ्लड से ढही है।