हिमाचल के PWD मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने सांसद कंगना रनोट पर पलटवार किया है। विक्रमादित्य ने अपने फेसबुक अकाउंट पर लिखा, ‘किसी की मदद करने के लिए कुर्सी की जरूरत नहीं होती। कैबिनेट हो न हो दृढ़ इच्छाशक्ति होना आवश्यक है। दुख हुआ देखकर कि कैसे इस सारे विषय का उपहास उड़ाया जा रहा है। विक्रमादित्य की यह प्रतिक्रिया बीते कल कंगना द्वारा आपदा प्रभावित क्षेत्रों में कांग्रेस सरकार पर किए हमले के बाद आई है। दरअसल, कंगना रविवार को आपदा प्रभावित क्षेत्रों में पहुंची थी। इस दौरान थुनाग में कंगना ने हंसते हुए कहा, मेरे पास न कैबिनेट और न अधिकारी। उनके पास 2 भाई है, जो उनके साथ चले रहते हैं। मैं अपनी सांत्वना लेकर पहुंच जाती हूं। मेरे पास डिजास्टर के लिए भी फंड नहीं है। उन्होंने कहा, MP का काम सेंटर से पैसा लाना होता है। वह इस काम को करेंगी। उन्होंने विदेश दौरे पर गए प्रधानमंत्री की टीम से भी इसे लेकर बात की है। कंगना ने कांग्रेस को करप्ट गवर्नमेंट बताया सांसद की इस बात पर लोकसभा चुनाव में उनके प्रतिद्वंदी रहे विक्रमादित्य सिंह ने तंज कसा है। कंगना रनोट रविवार को सराज और करसोग विधानसभा क्षेत्र में बादल फटने से हुई तबाही का जायजा लेने पहुंची थी। इस दौरान उन्होंने हिमाचल सरकार पर आपदा के लिए केंद्र से मिलने वाले बजट में भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप भी लगाए। कंगना ने कहा, जिनका काम है, वो मुंह छुपाकर और पैसा खाकर बैठे हैं। वो चाहते हैं कि कंगना आपके घर जाती तो अच्छा था। या तो कंगना यहां रह कर मुख्यमंत्री के काम करती, तो भी अच्छा था। PWD के भी कर जाती, तो भी अच्छा था। कंगना यही नहीं रुकी, उन्होंने आगे कहा, पिछली बार भी केंद्र ने हजारों करोड़ दिए थे, उनका पता नहीं चला। उन्होंने कहा, वह थुनाग के लिए स्पेशल पैकेज की भी मांग करेंगी।