राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने कांगड़ा जिले के धर्मशाला में शुक्रवार को एक महत्वपूर्ण कार्रवाई करते हुए डंकी रूट के जरिए युवाओं को अवैध रूप से विदेश भेजने वाले गिरोह से जुड़े चंबा के सनी को गिरफ्तार किया है। मैक्लोडगंज स्थित एक घर में छापेमारी के बाद सनी को हिरासत में लिया गया। लंबे समय से संदिग्ध गतिविधियों में शामिल बताया जा रहा है कि सनी लंबे समय से संदिग्ध गतिविधियों में शामिल था और उसके खिलाफ चंडीगढ़ में पहले से ही मामला दर्ज था। एनआईए की छह सदस्यीय टीम इंस्पेक्टर रंजीत के नेतृत्व में धर्मशाला पहुंची थी। ट्रांजिट रिमांड पर चंडीगढ़ ले गई एनआईए गिरफ्तारी के बाद सनी को स्थानीय कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे ट्रांजिट रिमांड पर चंडीगढ़ भेज दिया गया है। धर्मशाला की एएसपी अदिति सिंह ने पुष्टि की, कि इस गिरफ्तारी और जब्ती की सूचना स्थानीय पुलिस थाने की दैनिक डायरी (डीडी) में दर्ज की गई है। एनआईए ने चंडीगढ़ में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धाराओं 143 (गैरकानूनी जमावड़ा), 238 (जाली दस्तावेज/मुद्रा), 318 (धोखाधड़ी) और 61(2), तथा पंजाब ट्रैवल प्रोफेशनल्स रेगुलेशन एक्ट, 2012 की धारा 13(2) के तहत सनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। विदेशी मुद्रा लेन-देन पर भी नजर सनी के बैंक खातों की गतिविधियों और विदेशी मुद्रा लेन-देन ने भी एजेंसी के संदेह को मजबूत किया है। प्रारंभिक जांच में संकेत मिले हैं कि हवाला चैनलों और संदिग्ध विदेशी नागरिकों के साथ उसका लेन-देन हुआ है। जांच एजेंसियां यह भी पता लगाने में जुटी हैं कि क्या सनी का नेटवर्क देशविरोधी संगठनों से जुड़ा है। क्या खालिस्तानी नेटवर्क से जुड़ा है युवक सूत्रों का दावा है कि सनी के मोबाइल और कंप्यूटर में कुछ विदेशी नागरिकों के साथ संदिग्ध संवाद और आर्थिक लेन-देन के प्रमाण मिले हैं। इनसे खालिस्तानी समर्थक नेटवर्क से उसकी संभावित संबद्धता की जांच शुरू की गई है। यह भी आशंका जताई जा रही है कि उसका गिरोह देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बन सकता है।