हिमाचल प्रदेश में आज 3 जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इनमें कांगड़ा, सोलन और सिरमौर शामिल हैं। जबकि शिमला, मंडी, हमीरपुर, ऊना और बिलासपुर जिला में यलो अलर्ट है। वहीं मंडी में सोमवार आधी रात 10 जगह बादल फटने के बाद लैंडस्लाइड और फ्लैश फ्लड में बहे 16 लोगों का 24 घंटे बाद भी सुराग नहीं लग पाया है। इनकी तलाश में सर्च ऑपरेशन जारी है। प्रशासन के अनुसार, अब इनके जिंदा मिलने की संभावनाएं भी कम होती जा रही है। अभी तक 5 लोगों के शव बरामद किए गए हैं। मंडी के थुनाग क्षेत्र में भी बादल फटने से बड़े नुकसान की आशंका है। बादल फटने के बाद नेटवर्क कनेक्टिविटी टूटने की वजह से प्रशासन को नुकसान की पूरी जानकारी नहीं मिल पाई। इन जगहों पर फटा बादल मंडी के थुनाग, करसोग के कुट्टी बाइपास, करसोग के ओल्ड बाजार, करसोग के रिक्की, गोहर के सियांज, गोहर के बस्सी, गोहर के तलवाड़ा, धर्मपुर के स्याठी और धर्मपुर के भदराना में बादल फट गया था। इससे भारी तबाही हुई। 26 पशुओं की मौत, 15 से ज्यादा गाड़ियां बहीं राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (SDMA) के अनुसार, बादल फटने के बाद भारी बारिश से 10 घर और 12 गोशालाएं जमींदोज हो गईं। इसमें 26 घोड़े, गाय और भेड़-बकरियों की मौत हो गई। मंडी के अलग-अलग क्षेत्रों में 15 से ज्यादा गाड़ियां भी बह गईं। मंडी में निर्माणाधीन टनल का मुहाना टूटा मंडी में स्थित बिजनी में निर्माणाधीन टनल का एक हिस्सा टूट गया। हादसे के वक्त टनल के मुहाने पर मजदूर थे। सभी ने भागकर अपनी जान बचाई। वहीं शिमला, हमीरपुर, चंबा, कुल्लू और किन्नौर जिला में भी भारी बारिश के बाद लैंडस्लाइड की कई घटनाएं पेश आईं। 500 करोड़ का नुकसान- CM सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि बादल फटने के बाद भारी बारिश से करीब 500 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। प्रदेशभर में 406 से ज्यादा सड़कें और 1515 से ज्यादा बिजली के ट्रांसफॉर्मर ठप हो गए है। 171 पेयजल योजनाओं को भी बाढ़ से नुकसान पहुंचा है। अकेले मंडी जिला में 300 से ज्यादा सड़कें बंद बताई जा रही हैं। मंडी से पहले कुल्लू-धर्मशाला में हुआ भरी नुकसान मंडी से पहले बीते 24 जून को कुल्लू में 4 जगह और धर्मशाला के खनियारा में बादल फटने से बड़ा नुकसान हो चुका है। कुल्लू में बिहाली गांव में तीन लोग फ्लैश फ्लड में बह गए थे। इनमें से अब तक एक लड़की का ही शव मिला है। उधर, खनियारा में 8 मजदूर बाढ़ की चपेट में आ गए थे। इनमें से 7 के शव बरामद हुए है, जबकि एक अभी भी लापता है।