हिमाचल में मानसून की भारी बारिश से हो रहे नुकसान को देखते हुए नगर निगम शिमला ने शहर में निर्माण कार्य पर प्रतिबंध लगा दिया है। मानसून सीजन खत्म होने तक शहर में अब निर्माण गतिविधियां बंद करनी होगी। इस दौरान पहाड़ों की कटिंग की किसी को भी इजाजत नहीं दी जाएगी। नगर निगम की परिधि में सरकारी और प्राइवेट सब काम बंद करने होंगे। यदि कोई व्यक्ति इन आदेशों की अवहेलना करता है तो उसकी वजह से होने वाले नुकसान के लिए संबंधित व्यक्ति को जिम्मेदार माना जाएगा। अवैज्ञानिक कटिंग बनती है तबाही का कारण बता दें कि शिमला में कुछ दिन पहले ही मानसून ने दस्तक दी है। इस बीच अलग अलग प्रोजेक्ट या घरों के निर्माण कार्य की वजह से कई घरों को खतरा पैदा हो गया है। कई जगह पेड़ जड़ से ही उखड़ने लगे है। पहाड़ी क्षेत्र की वजह से अवैज्ञानिक ढंग से की जाने वाली कटिंग पहाड़ों पर तबाही का बड़ा कारण बनती है। भट्‌टाकुफर में फोरलेन निर्माण की वजह से गिरा मकान शिमला के भट्टाकुफर में आज सुबह भी एनएचएचआई द्वार फोरलेन के लिए की जा रही कटिंग की वजह से​​​​​​ पांच मंजिला मकान जमींदोज हो गया है। इससे दो अन्य भवनों पर भी खतरा मंडरा रहा है। इसी तरह शहर के अन्य क्षेत्रों में भी कई मकान खतरे की जद में है। इसे देखते हुए नगर निगम शिमला ने शहर में मानसून के दौरान निर्माण गतिविधियों पर रोक लगा दी है।

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